छह दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए प्रेमिका समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
श्रीमाधोपुर: राजस्थान के सीकर जिले में लव स्टोरी, शादी, अवैध संबंध और फिर हत्या के इस मामले ने सबको चौंका दिया। छह दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए प्रेमिका समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
एएसपी नीमकाथाना धनपतराज ने बताया कि 21 जून 2018 को सुबह छह बजे पृथ्वीपुरा रोड पर युवक रोहिताश का शव मिला था। एसपी सीकर के निदेश पर सीओ रींगस मनस्वी चौधरी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमकाथाना ने मौके मुआयना किया। वहां पर मामले की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल व डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया गया। जहां पर टीम ने नमूने लिए गए।
मामला दर्ज होने के बाद एसपी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया। टीम ने आस पास के सीसीटीवी फुटेज एवं मृतक रोहिताश के मोबाइल के कॉल डिटेस के आधार पर गहन जांच की।
अनुसंधान से सामने आया कि मृतक रोहिताश के धीरजपुरा निवासी श्याम सुन्दर की पत्नी से अवैध संबंध थे, जिसकी जानकारी श्यामसुन्दर को लगने पर श्याम सुन्दर ने अपने दो सालों व एक मित्र को बुलाकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने श्यामसुन्दर, उसकी पत्नी सुमन, होल्याकाबास निवासी कैलाश व सुन्दरलाल, धीरजपुरा निवासी मुकेश को गिरफ्तार कर लिया।
15 साल से रोहिताश का आना जाना
मृतक रोहिताश ट्रैक्टर खरीदने व बेचने व मरम्मत का काम करता था। करीब 15 साल पहले रोहिताश ने सुमन के पिता जगदीश को एक ट्रैक्टर बेचा। उसके बाद रोहिताश का उनके घर आने जाने का सिलसिला शुरू हो गया। उसी दौरान रोहिताश के सुमन से संपर्क बन गए। करीब बारह साल पहले सुमन की शादी धीरजपुरा निवासी श्यामसुन्दर के साथ हो गई। उसके बाद भी रोहिताश सुमन के संपर्क में था।
घटना से चार दिन पर रोहिताश व सुमन के फोन पर बात होने की जानकारी सुमन के पति श्यामसुन्दर को हो गई व श्यामसुन्दर ने सुमन से रोहिताश के बारे में पूछा तो उसने फोन पर परेशान करने की बात कही। 19 जून 2018 को श्यामसुन्दर अपने दो सालों व मित्र मुकेश के साथ मिलकर रोहिताश को सबक सिखाने की योजना बनाई। श्याम सुन्दर ने सुमन को पीहर होल्याकाबास भेज दिया। सुमन से रोहिताश के मोबाइल पर रात्रि 10 बजकर 12 मिनट पर फोन करवाकर होल्याकाबास बुलाया।
उधर श्याम सुन्दर ने अपने सालों कैलाश व सुन्दर को भी बुला लिया। श्यामसुन्दर व मित्र मुकेश सवारी गाड़ी से रवाना होकर होल्याकाबास पहुंचे। रोहिताश जैसे ही अपनी मोटरसाइकिल से वहां पहुंचा तो सभी आरोपितों ने उसके साथ मारपीट कर उसे पेड़ के बांध दिया। पेड़ से बांधने के बाद उसके सिर में लाठी व पत्थरों से मारपीट कर हत्या कर दी।
हत्या को दिया दुर्घटना का रूप
आरोपितों ने रोहिताश को मारने के बाद उसे दुर्घटना का रूप देने के लिए मृतक रोहिताश की लाश को व उसकी मोटरसाइकिल को घटना स्थल से लाकर पृथ्वीपुर रोड पर डाल दिया व मृत लाश के पैरों पर गाड़ी चलाई। लाश से करीब 127 फीट दूरी पर मोटरसाइकिल को डाल दिया।
ऐसे आए आए पकड़ में
सड़क पर रोहिताश की जब लाश मिली उस वक्त रोहिताश के पीछे सिर में चोट थी। उसके हाथ बंधे हुए थे। जिस साइड में मृतक की लाश पड़ी हुई थी। उसी साइड में करीब 127 फीट की दूरी पर बिना दुर्घटना या खरोंच के मोटरसाइकिल पड़ी हुई थी। इसको आधार पर मानकर पुलिस ने प्रारम्भिक तौर पर यह माना कि हत्या की वारदात को दुर्घटना का अंजाम दिया गया है।
जिस पर पुलिस ने मृतक रोहिताश की मोबाइल लोकेशन व कॅाल डिटेल के आधार पर अनुसंधान शुरू किया एवं आसपास की सीसीटीवी फुटेज ली व रोहिताश के जिन लोगों से संपर्क थे। उनसे पूछताछ की जिसके आधार पर इस घटना का खुलासा किया।
ये थे टीम में शामिल
सीओ रींगस मनस्वी चौधरी चौधरी के नेतृत्व में गठित टीम में थानाधिकारी श्रीमाधोपुर भगवानसहाय मीणा, एसआई मनोहरलाल, हैड कांस्टेबल रंगलाल, दयाराम, राजेन्द्रप्रसाद, कांस्टेबल अजयकुमार, मुकेश, किशनलाल आदि शामल थे।
यह था मामला- Link- युवक की हत्या कर हादसा दिखाने के लिए सड़क के किनारे फेंका शव, परिजनों ने कराया मुकदमा
श्रीमाधोपुर: राजस्थान के सीकर जिले में लव स्टोरी, शादी, अवैध संबंध और फिर हत्या के इस मामले ने सबको चौंका दिया। छह दिन बाद पुलिस ने मामले का खुलासा करते हुए प्रेमिका समेत पांच आरोपितों को गिरफ्तार किया है।
एएसपी नीमकाथाना धनपतराज ने बताया कि 21 जून 2018 को सुबह छह बजे पृथ्वीपुरा रोड पर युवक रोहिताश का शव मिला था। एसपी सीकर के निदेश पर सीओ रींगस मनस्वी चौधरी व अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक नीमकाथाना ने मौके मुआयना किया। वहां पर मामले की गंभीरता को देखते हुए एफएसएल व डॉग स्क्वायड टीम को बुलाया गया। जहां पर टीम ने नमूने लिए गए।
मामला दर्ज होने के बाद एसपी के निर्देश पर टीम का गठन किया गया। टीम ने आस पास के सीसीटीवी फुटेज एवं मृतक रोहिताश के मोबाइल के कॉल डिटेस के आधार पर गहन जांच की।
अनुसंधान से सामने आया कि मृतक रोहिताश के धीरजपुरा निवासी श्याम सुन्दर की पत्नी से अवैध संबंध थे, जिसकी जानकारी श्यामसुन्दर को लगने पर श्याम सुन्दर ने अपने दो सालों व एक मित्र को बुलाकर वारदात को अंजाम दिया। पुलिस ने श्यामसुन्दर, उसकी पत्नी सुमन, होल्याकाबास निवासी कैलाश व सुन्दरलाल, धीरजपुरा निवासी मुकेश को गिरफ्तार कर लिया।
15 साल से रोहिताश का आना जाना
मृतक रोहिताश ट्रैक्टर खरीदने व बेचने व मरम्मत का काम करता था। करीब 15 साल पहले रोहिताश ने सुमन के पिता जगदीश को एक ट्रैक्टर बेचा। उसके बाद रोहिताश का उनके घर आने जाने का सिलसिला शुरू हो गया। उसी दौरान रोहिताश के सुमन से संपर्क बन गए। करीब बारह साल पहले सुमन की शादी धीरजपुरा निवासी श्यामसुन्दर के साथ हो गई। उसके बाद भी रोहिताश सुमन के संपर्क में था।
घटना से चार दिन पर रोहिताश व सुमन के फोन पर बात होने की जानकारी सुमन के पति श्यामसुन्दर को हो गई व श्यामसुन्दर ने सुमन से रोहिताश के बारे में पूछा तो उसने फोन पर परेशान करने की बात कही। 19 जून 2018 को श्यामसुन्दर अपने दो सालों व मित्र मुकेश के साथ मिलकर रोहिताश को सबक सिखाने की योजना बनाई। श्याम सुन्दर ने सुमन को पीहर होल्याकाबास भेज दिया। सुमन से रोहिताश के मोबाइल पर रात्रि 10 बजकर 12 मिनट पर फोन करवाकर होल्याकाबास बुलाया।
उधर श्याम सुन्दर ने अपने सालों कैलाश व सुन्दर को भी बुला लिया। श्यामसुन्दर व मित्र मुकेश सवारी गाड़ी से रवाना होकर होल्याकाबास पहुंचे। रोहिताश जैसे ही अपनी मोटरसाइकिल से वहां पहुंचा तो सभी आरोपितों ने उसके साथ मारपीट कर उसे पेड़ के बांध दिया। पेड़ से बांधने के बाद उसके सिर में लाठी व पत्थरों से मारपीट कर हत्या कर दी।
हत्या को दिया दुर्घटना का रूप
आरोपितों ने रोहिताश को मारने के बाद उसे दुर्घटना का रूप देने के लिए मृतक रोहिताश की लाश को व उसकी मोटरसाइकिल को घटना स्थल से लाकर पृथ्वीपुर रोड पर डाल दिया व मृत लाश के पैरों पर गाड़ी चलाई। लाश से करीब 127 फीट दूरी पर मोटरसाइकिल को डाल दिया।
ऐसे आए आए पकड़ में
सड़क पर रोहिताश की जब लाश मिली उस वक्त रोहिताश के पीछे सिर में चोट थी। उसके हाथ बंधे हुए थे। जिस साइड में मृतक की लाश पड़ी हुई थी। उसी साइड में करीब 127 फीट की दूरी पर बिना दुर्घटना या खरोंच के मोटरसाइकिल पड़ी हुई थी। इसको आधार पर मानकर पुलिस ने प्रारम्भिक तौर पर यह माना कि हत्या की वारदात को दुर्घटना का अंजाम दिया गया है।
जिस पर पुलिस ने मृतक रोहिताश की मोबाइल लोकेशन व कॅाल डिटेल के आधार पर अनुसंधान शुरू किया एवं आसपास की सीसीटीवी फुटेज ली व रोहिताश के जिन लोगों से संपर्क थे। उनसे पूछताछ की जिसके आधार पर इस घटना का खुलासा किया।
ये थे टीम में शामिल
सीओ रींगस मनस्वी चौधरी चौधरी के नेतृत्व में गठित टीम में थानाधिकारी श्रीमाधोपुर भगवानसहाय मीणा, एसआई मनोहरलाल, हैड कांस्टेबल रंगलाल, दयाराम, राजेन्द्रप्रसाद, कांस्टेबल अजयकुमार, मुकेश, किशनलाल आदि शामल थे।
यह था मामला- Link- युवक की हत्या कर हादसा दिखाने के लिए सड़क के किनारे फेंका शव, परिजनों ने कराया मुकदमा
साभार- पत्रिका न्यूज़ नेटवर्क