- गणेश्वर (उमेश शर्मा)
नीमकाथाना न्यूज़- निकटवर्ती ग्राम गणेश्वर के समीप गांवडी में मार्केट के अन्नद से रोज सैकड़ो की संख्या में बजरी से भरे ऑवरलोड़ वाहन निकलते है। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि पुलिस व माइनिंग विभाग के आँखे होते हुए भी वह अन्धो की तरह बर्ताव कर रहा है। इनके द्वारा कोई कार्यवाही नही की जाती।
गांवड़ी ग्राम के ग्रामीणो ने बताया कि पर्ची तो काले पत्थर की काटी जा रही है, लेकिन टेक्टर ट्राली व ड़मफर से निकलती बजरी है। रात को बजरी से भरे ऑवरलोड़ वाहन निकाले जाते है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशो कि जमकर उड़ा रहे धज्जीयां
बतादे कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बजरी पर रोक लगा दी गई है इसके वावजूद भी बजरी से भरे वाहनों को सरेआम पास किया जा रहा है।
आखिर इन पर क्यो नही हो रही कार्यवाही
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बजरी से भरे वाहनो पर पुलिस आँखो पर पट्टी बाँध कर क्यो बैठी है ? ना तो पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही की जार ही और ना ही माईनिगं विभाग इस तरफ ध्यान दे रहा।
नीमकाथाना न्यूज़- निकटवर्ती ग्राम गणेश्वर के समीप गांवडी में मार्केट के अन्नद से रोज सैकड़ो की संख्या में बजरी से भरे ऑवरलोड़ वाहन निकलते है। लेकिन दिलचस्प बात ये है कि पुलिस व माइनिंग विभाग के आँखे होते हुए भी वह अन्धो की तरह बर्ताव कर रहा है। इनके द्वारा कोई कार्यवाही नही की जाती।
गांवड़ी ग्राम के ग्रामीणो ने बताया कि पर्ची तो काले पत्थर की काटी जा रही है, लेकिन टेक्टर ट्राली व ड़मफर से निकलती बजरी है। रात को बजरी से भरे ऑवरलोड़ वाहन निकाले जाते है।
सुप्रीम कोर्ट के आदेशो कि जमकर उड़ा रहे धज्जीयां
बतादे कि सुप्रीम कोर्ट द्वारा बजरी पर रोक लगा दी गई है इसके वावजूद भी बजरी से भरे वाहनों को सरेआम पास किया जा रहा है।
आखिर इन पर क्यो नही हो रही कार्यवाही
स्थानीय निवासियों का कहना है कि बजरी से भरे वाहनो पर पुलिस आँखो पर पट्टी बाँध कर क्यो बैठी है ? ना तो पुलिस की तरफ से कोई कार्यवाही की जार ही और ना ही माईनिगं विभाग इस तरफ ध्यान दे रहा।