नई दिल्ली: बुराड़ी के संतनगर इलाके में रविवार को एक मकान में 11 लोगों की रहस्मय सामूहिक आत्महत्या पर पुलिस अभीतक पर्दा नहीं उठा सकी है। लेकिन पुलिस को घटनास्थल से 11 शवों के अलावा कुछ धार्मिक नोट्स और एकमात्र जीवित जैकी मिला है। जैकी इस घर का पालतू कुत्ता है।
पुलिस अब इस कुत्ते की मदद से 11 लोगों की मौत के राज खोलने में जुटी हुई है। पुलिस ने बताया कि जैकी उन्हें घर की छत से बरामद हुआ है। उधर, पड़ोसियों का कहना है कि अक्सर वे जैकी के भौंकने की आवाज सुनते थे, लेकिन घटना वाली रात उन्हें इस तरह की कोई आवाज सुनाई नहीं दी, जिसपर संदेह किया जा सके।
बता दें कि पुलिस को संत नगर के एक घर से 10 लोगों के शव फांसी से लटके हुए मिले थे, जबकि एक महिला का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। इन सभी शवों के आंख और मुंह पर सफेद पट्टी बंधी हुई थी और कानों में रूई ठुसी हुई थी।
पुलिस को घर से दो रजिस्टर भी मिले हैं, जिनमें कुछ धार्मिक बातें लिखी हुई हैं। पुलिस का मानना है कि ये सभी आत्महत्याएं हैं और किसी धार्मिक अंधविश्वास के चलते पूरे परिवार ने सामूहिक रूप से मौत को गले लगाया है।
हालांकि पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी की मौत का कारण फांसी बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि उधर, मतृक परिवार के रिश्तेदार इसे अंधविश्वास के चलते मोक्ष प्राप्ति के लिए सामूहिक आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का मामला बता रहे हैं।
पुलिस अब इस कुत्ते की मदद से 11 लोगों की मौत के राज खोलने में जुटी हुई है। पुलिस ने बताया कि जैकी उन्हें घर की छत से बरामद हुआ है। उधर, पड़ोसियों का कहना है कि अक्सर वे जैकी के भौंकने की आवाज सुनते थे, लेकिन घटना वाली रात उन्हें इस तरह की कोई आवाज सुनाई नहीं दी, जिसपर संदेह किया जा सके।
बता दें कि पुलिस को संत नगर के एक घर से 10 लोगों के शव फांसी से लटके हुए मिले थे, जबकि एक महिला का शव जमीन पर पड़ा हुआ था। इन सभी शवों के आंख और मुंह पर सफेद पट्टी बंधी हुई थी और कानों में रूई ठुसी हुई थी।
पुलिस को घर से दो रजिस्टर भी मिले हैं, जिनमें कुछ धार्मिक बातें लिखी हुई हैं। पुलिस का मानना है कि ये सभी आत्महत्याएं हैं और किसी धार्मिक अंधविश्वास के चलते पूरे परिवार ने सामूहिक रूप से मौत को गले लगाया है।
हालांकि पुलिस अभी किसी नतीजे पर नहीं पहुंची है। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सभी की मौत का कारण फांसी बताया जा रहा है। पुलिस ने बताया कि उधर, मतृक परिवार के रिश्तेदार इसे अंधविश्वास के चलते मोक्ष प्राप्ति के लिए सामूहिक आत्महत्या का नहीं बल्कि हत्या का मामला बता रहे हैं।
source- zee news media