पाटन- ग्राम डाबला में चार जुलाई को ग्रामीण बैंक में फायरिंग कर करीब ढाई लाख रुपए लूटने के आरोपी राजेश उर्फ मोटलिया पुत्र रोहिताश गुर्जर, राजेश उर्फलीडरिया पुत्र लीलाराम गुर्जर निवासी सराय नांगल चौधरी हरियाणा और लोकेश पुत्र बलबीर गुर्जर निवासी डूमोली खुर्द-खेतड़ी को पुलिस ने मंगलवार को प्रोडक्शन वारंट पर जेल से गिरफ्तार कर अदालत में पेश किया, जहां से अदालत ने शिनाख्त परेड के लिए तीनों को जेल भिजवा दिया।
पुलिस ने बताया कि आरोपी लोकेश गुर्जर से अब तक हुई पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने शिमला के बाद डाबला बैंक को लूटने की योजना बनाई। क्यूंकि लीडरिया को डाबला के बैंक मे गार्ड नहीं होने और सुरक्षा के लचर इंतजाम होने की पुख्ता जानकारी थी।
आरोपियों का कहना है कि वारदात के बाद लूट की रकम नांगल चौधरी के गोठड़ी सरपंच पति और जय भैंरू बाबा गैंग के संचालक वीरेंद्र गोठड़ी को सौंप दी थी। आरोपी से पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि लूट के बाद वह डूमोली के योगेश गुर्जर की हत्या करने वाला था।
क्योंकि लोकेश उसके खिलाफ पुलिस का गवाह था। वहीं लाेकेश गुर्जर झखराणा सरपंच विनोद स्वामी की हत्या करने की भी किसी से सुपारी ले चुका था। क्योंकि विनोद स्वामी भी सुपारी देने वाले के खिलाफ एक मामले में गवाही दे रहा था।
विनोद का मर्डर करने के लिए लोकेश गुर्जर ने रैकी भी कर ली थी और अपने दोस्त संदीप के पास ठहरकर उसने अपने टार्गेट विनोद स्वामी के बारे में जानकारी भी जुटा ली थी। अगर वह बैंक लूट के मामले में पकड़ा नहीं जाता तो जल्द ही इन दोनों वारदातों को अंजाम देने वाला था।
डाबला बैंक लूट के मामले में मुख्य आरोपी लोकेश गुर्जर ने महज 19 साल की उम्र में डूमोली डबल मर्डर समेत कई अपराध कर दिए हैं। लोकेश अपने गांव के चेतक स्कूल में पढ़ता था। वहां शिक्षक चिरंजीलाल ने उसकी टीसी काट दी तो उसने शिक्षक के हाथ-पैर तोड़ दिए थे। गत वर्षडूमोली में ही मुखा गुर्जर और जयपाल की गोली मारकर हत्या के आरोप में भी फरार चल था।
पुलिस ने बताया कि आरोपी लोकेश गुर्जर से अब तक हुई पूछताछ में सामने आया है कि आरोपियों ने शिमला के बाद डाबला बैंक को लूटने की योजना बनाई। क्यूंकि लीडरिया को डाबला के बैंक मे गार्ड नहीं होने और सुरक्षा के लचर इंतजाम होने की पुख्ता जानकारी थी।
आरोपियों का कहना है कि वारदात के बाद लूट की रकम नांगल चौधरी के गोठड़ी सरपंच पति और जय भैंरू बाबा गैंग के संचालक वीरेंद्र गोठड़ी को सौंप दी थी। आरोपी से पूछताछ में यह भी खुलासा हुआ है कि लूट के बाद वह डूमोली के योगेश गुर्जर की हत्या करने वाला था।
क्योंकि लोकेश उसके खिलाफ पुलिस का गवाह था। वहीं लाेकेश गुर्जर झखराणा सरपंच विनोद स्वामी की हत्या करने की भी किसी से सुपारी ले चुका था। क्योंकि विनोद स्वामी भी सुपारी देने वाले के खिलाफ एक मामले में गवाही दे रहा था।
विनोद का मर्डर करने के लिए लोकेश गुर्जर ने रैकी भी कर ली थी और अपने दोस्त संदीप के पास ठहरकर उसने अपने टार्गेट विनोद स्वामी के बारे में जानकारी भी जुटा ली थी। अगर वह बैंक लूट के मामले में पकड़ा नहीं जाता तो जल्द ही इन दोनों वारदातों को अंजाम देने वाला था।
डाबला बैंक लूट के मामले में मुख्य आरोपी लोकेश गुर्जर ने महज 19 साल की उम्र में डूमोली डबल मर्डर समेत कई अपराध कर दिए हैं। लोकेश अपने गांव के चेतक स्कूल में पढ़ता था। वहां शिक्षक चिरंजीलाल ने उसकी टीसी काट दी तो उसने शिक्षक के हाथ-पैर तोड़ दिए थे। गत वर्षडूमोली में ही मुखा गुर्जर और जयपाल की गोली मारकर हत्या के आरोप में भी फरार चल था।