सीकर न्यूज़- शादी के बाद घर से 1 लाख रुपए और दस ताेले सोना लेकर भागी 3 बच्चों की मां लुटेरी दुल्हन व दो दलालों को अनूपगढ़ से गिरफ्तार किया है। दलालों ने शादी से पहले 3 लाख रुपए भी मां-बाप की कैंसर की मौत के नाम पर भी ले लिए थे। पुलिस तीनों को कल कोर्ट में पेश कर रिमांड पर लेगी।
दादिया थानाधिकारी सुरेश चौहान ने बताया कि लुटेरी दुल्हन चन्नो देवी उर्फ सुमन पुत्री पूर्णाराम पत्नी भागीराम निवासी अनूपगढ़, राजेंद्र उर्फ मंजीत निवासी 2 पीजीएम वार्ड नंबर 20 अनूपगढ़, अवतार सिंह उर्फ विक्की निवासी अनूपगढ़, गंगानगर है।
उन्होंने बताया कि 19 मई 2018 को हरी सिंह पुत्र चंद्रा राम निवासी दादिया ने रिपोर्ट दी कि उसके लड़के संदीप की शादी 3 मई 2018 को चन्नो देवी उर्फ सुमन के साथ घड़साना कोर्ट में हुई थी। दोनों की शादी करवाने के लिए सोहनी देवी पत्नी घासीराम धायल और उसका भतीजा राजेश धायल ने भूमिका निभाई थी।
शादी में लड़की के परिवार की ओर से ताऊ अवतार सिंह भी शामिल हुआ था। उन्होंने लड़की के मां-बाप की मौत कुछ समय पहले कैंसर से होने की बात बताई थी। इलाज के 3 लाख रुपए को बहन-बहनोई ने वहन करने की बात बताई। खर्चा की मांग करने पर उन्होंने 3 लाख रुपए उनको दे दिए।
वह शादी करने के बाद सुमन को गांव लेकर आ गए। शादी के बाद कुछ समय बाद सुमन गुमसुम रहने लगी और मौका पाकर फरार हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
डूंगरगढ़ और गंगानगर के बाद सीकर में बनी दुल्हन
.शादी के 15 दिनों के बाद चन्नो 1 लाख रुपए और 10 तोले सोना लेकर फरार हो गई। ससुरालवालों ने काफी तलाश किया। अलमारी की तलाशी में रुपए और जेवर गायब मिले तो उन्होंने सोहनी देवी, राजेश और साली मंजू से फोन कर बात की। बार-बार कहने के बाद कई दिनों तक सुमन लौट कर नहीं आई।
इसके बाद रुपए लौटाने में आनाकानी करने लगे। दादिया पलिु स ने मामले की जांच के बाद तीनों को अनूपगढ़ से गिरफ्तार कर लिया। चन्नो की शादी पहले भागीराम से हो चुकी है और तीन बच् भी है। इसके बाद भागीराम अलग ह चे ो गया और एक लड़के को अपने साथ ले गया।
सुमन को गिरोह ने सबसे पहले डूंगरगढ़ में महेंद्र पडित ं के पास 1 लाख रुपए में सौदा करके भेजा। उसे दलालों ने केवल 5 हजार रुपए ही दिए। वह डूंगरगढ़ में दो महीने रुकी और बाद में जेवर व अन्य सामान लेकर भाग गई। इसके बाद गंगानगर में राजू जाट के पास डेढ़ लाख रुपए में शादी का सौदा करके भेज दिया।
दलालों ने उसे 20 हजार रुपए दिए। दो महीने बाद वह जेवर लेकर भाग गई। तब वह सीकर में राजेंद्र के जरिए संपर्क में आई और तीन लाख में सौदा तय हुआ।
दादिया थानाधिकारी सुरेश चौहान ने बताया कि लुटेरी दुल्हन चन्नो देवी उर्फ सुमन पुत्री पूर्णाराम पत्नी भागीराम निवासी अनूपगढ़, राजेंद्र उर्फ मंजीत निवासी 2 पीजीएम वार्ड नंबर 20 अनूपगढ़, अवतार सिंह उर्फ विक्की निवासी अनूपगढ़, गंगानगर है।
उन्होंने बताया कि 19 मई 2018 को हरी सिंह पुत्र चंद्रा राम निवासी दादिया ने रिपोर्ट दी कि उसके लड़के संदीप की शादी 3 मई 2018 को चन्नो देवी उर्फ सुमन के साथ घड़साना कोर्ट में हुई थी। दोनों की शादी करवाने के लिए सोहनी देवी पत्नी घासीराम धायल और उसका भतीजा राजेश धायल ने भूमिका निभाई थी।
शादी में लड़की के परिवार की ओर से ताऊ अवतार सिंह भी शामिल हुआ था। उन्होंने लड़की के मां-बाप की मौत कुछ समय पहले कैंसर से होने की बात बताई थी। इलाज के 3 लाख रुपए को बहन-बहनोई ने वहन करने की बात बताई। खर्चा की मांग करने पर उन्होंने 3 लाख रुपए उनको दे दिए।
वह शादी करने के बाद सुमन को गांव लेकर आ गए। शादी के बाद कुछ समय बाद सुमन गुमसुम रहने लगी और मौका पाकर फरार हो गई। पुलिस मामले की जांच कर रही है।
डूंगरगढ़ और गंगानगर के बाद सीकर में बनी दुल्हन
.शादी के 15 दिनों के बाद चन्नो 1 लाख रुपए और 10 तोले सोना लेकर फरार हो गई। ससुरालवालों ने काफी तलाश किया। अलमारी की तलाशी में रुपए और जेवर गायब मिले तो उन्होंने सोहनी देवी, राजेश और साली मंजू से फोन कर बात की। बार-बार कहने के बाद कई दिनों तक सुमन लौट कर नहीं आई।
इसके बाद रुपए लौटाने में आनाकानी करने लगे। दादिया पलिु स ने मामले की जांच के बाद तीनों को अनूपगढ़ से गिरफ्तार कर लिया। चन्नो की शादी पहले भागीराम से हो चुकी है और तीन बच् भी है। इसके बाद भागीराम अलग ह चे ो गया और एक लड़के को अपने साथ ले गया।
सुमन को गिरोह ने सबसे पहले डूंगरगढ़ में महेंद्र पडित ं के पास 1 लाख रुपए में सौदा करके भेजा। उसे दलालों ने केवल 5 हजार रुपए ही दिए। वह डूंगरगढ़ में दो महीने रुकी और बाद में जेवर व अन्य सामान लेकर भाग गई। इसके बाद गंगानगर में राजू जाट के पास डेढ़ लाख रुपए में शादी का सौदा करके भेज दिया।
दलालों ने उसे 20 हजार रुपए दिए। दो महीने बाद वह जेवर लेकर भाग गई। तब वह सीकर में राजेंद्र के जरिए संपर्क में आई और तीन लाख में सौदा तय हुआ।