कई बांधों में पानी की आवक शुरू, एनीकट लबालब हुए, पानी के दबाव से टूटा सैदाला भगवानपुरा एनीकट, कई जगह सड़कें क्षतिग्रस्त, खंडेला में 37 एमएम बारिश
नीमकाथाना न्यूज़- इलाके में सोमवार रात तेज बारिश हुई। तीन घंटे में 60 एमएम पानी गिरा। पानी के दबाव से सैदाला भगवानपुरा एनीकट टूट गया। बारिश के कारण कई बांधों व एनीकटों तक पानी की आवक हुई है। लगातार बरसात से सड़कों पर पानी भर गया। कई जगह सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है।
रायपुर बांध तक पहुंचने वाली तीनों नदियां उफान पर रही
इलाके में 60 एमएम बारिश के बाद रायपुर बांध तक पहुंचने वाली तीनों नदियां उफान पर रही। 10 साल सूखे के बाद बांध के गेज पर छह फीट पानी रिकॉर्ड हुआ। अब तक नीमकाथाना में 326 एमएम बारिश हुई है। लादी का बास, जीर की घाटी, जीलो से होकर आने वाली नदियों में दोपहर तक पानी चलता रहा। सागर की मोरी बांध में आठ फीट पानी आया। रायपुर जागीर व चीपलाटा बांध में तीन-तीन फीट पानी आया। बारिश के कारण कई तालाब व एनीकट लबालब हो गए।
सड़कें क्षतिग्रस्त, पानी के भराव से हुई परेशानी
तेज बारिश के कारण जगह-जगह पानी का भराव हो गया। सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई। राजकीय एसएनकेपी पीजी कॉलेज के सामने सड़क पूरी तरह पानी में डूब गई। लोगों को दूसरे रास्ते से होकर आना-जाना पड़ा। छावनी जोहड़ में भी पानी का भराव बढ़ गया। निकासी के लिए पालिका को पंप सेट लगाने पड़े। करीब पांच घंटे तक नपा कार्मिकों ने तीन पंप सेट लगाकर पानी निकाला।
निर्माण के दो साल बाद ही टूट गया सैदाला भगवानपुरा का एनीकट
सैदाला भगवानपुरा का एनीकट दो साल बाद ही टूट गया। इसका निर्माण 2008 में शुरू हुआ था। नरेगा में कार्य होने से इसके निर्माण में करीब आठ साल लग गए। ठेकेदार में मजूदरों के दो लाख रुपए भी बकाया चल रहे हैं। इससे लोगों में रोष है।
ग्रामीण बताते है कि एनीकट के निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग में ली गई थी। इसकी शिकायत तीन महीने पहले ऑनलाइन की थी। वहीं एसडीएम जेपी गौड़ को ज्ञापन भी दिया था, लेकिन जिम्मेदारों ने अनदेखी की। इसी के चलते भारी बारिश होते ही एनीकट टूट गया।
एनीकट टूटने से 20-25 बीघा में फसल खराब हो गई। वहीं कटाव से मिट्टी भी बह गई। ग्रामीणों में जिम्मेदारों के प्रति रोष है। एनीकट की पाल करीब 70 फीट लंबी थी।
नीमकाथाना न्यूज़- इलाके में सोमवार रात तेज बारिश हुई। तीन घंटे में 60 एमएम पानी गिरा। पानी के दबाव से सैदाला भगवानपुरा एनीकट टूट गया। बारिश के कारण कई बांधों व एनीकटों तक पानी की आवक हुई है। लगातार बरसात से सड़कों पर पानी भर गया। कई जगह सड़क क्षतिग्रस्त हो गई है।
रायपुर बांध तक पहुंचने वाली तीनों नदियां उफान पर रही
इलाके में 60 एमएम बारिश के बाद रायपुर बांध तक पहुंचने वाली तीनों नदियां उफान पर रही। 10 साल सूखे के बाद बांध के गेज पर छह फीट पानी रिकॉर्ड हुआ। अब तक नीमकाथाना में 326 एमएम बारिश हुई है। लादी का बास, जीर की घाटी, जीलो से होकर आने वाली नदियों में दोपहर तक पानी चलता रहा। सागर की मोरी बांध में आठ फीट पानी आया। रायपुर जागीर व चीपलाटा बांध में तीन-तीन फीट पानी आया। बारिश के कारण कई तालाब व एनीकट लबालब हो गए।
सड़कें क्षतिग्रस्त, पानी के भराव से हुई परेशानी
तेज बारिश के कारण जगह-जगह पानी का भराव हो गया। सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई। राजकीय एसएनकेपी पीजी कॉलेज के सामने सड़क पूरी तरह पानी में डूब गई। लोगों को दूसरे रास्ते से होकर आना-जाना पड़ा। छावनी जोहड़ में भी पानी का भराव बढ़ गया। निकासी के लिए पालिका को पंप सेट लगाने पड़े। करीब पांच घंटे तक नपा कार्मिकों ने तीन पंप सेट लगाकर पानी निकाला।
निर्माण के दो साल बाद ही टूट गया सैदाला भगवानपुरा का एनीकट
सैदाला भगवानपुरा का एनीकट दो साल बाद ही टूट गया। इसका निर्माण 2008 में शुरू हुआ था। नरेगा में कार्य होने से इसके निर्माण में करीब आठ साल लग गए। ठेकेदार में मजूदरों के दो लाख रुपए भी बकाया चल रहे हैं। इससे लोगों में रोष है।
ग्रामीण बताते है कि एनीकट के निर्माण में घटिया सामग्री उपयोग में ली गई थी। इसकी शिकायत तीन महीने पहले ऑनलाइन की थी। वहीं एसडीएम जेपी गौड़ को ज्ञापन भी दिया था, लेकिन जिम्मेदारों ने अनदेखी की। इसी के चलते भारी बारिश होते ही एनीकट टूट गया।
एनीकट टूटने से 20-25 बीघा में फसल खराब हो गई। वहीं कटाव से मिट्टी भी बह गई। ग्रामीणों में जिम्मेदारों के प्रति रोष है। एनीकट की पाल करीब 70 फीट लंबी थी।
Source- Dainik Bhaskar