मानसून: 16 घंटे के दौरान नीमकाथाना में सबसे ज्यादा 210 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई, रायपुर पाटन बांध में 5 साल पानीआया
नीमकाथाना- मानसून की बारिश ने जिले के बांधों को लबालब कर कर दिया। नीमकाथाना के 22 बांधों में पानी आ गया। कई बांधों में पानी ओवरफ्लो भी हो गया। वहीं 10 से ज्यादा बड़ी नदियों पर चादर चलने लगी। जिले के ज्यादातर इलाकों में मंगलवार शाम 6 बजे से बुधवार सुबह 10 बजे तक 16 घंटे जोरदार बारिश हुई।
लगातार 16 घंटे के दौरान सबसे ज्यादा नीमकाथाना इलाके में 210 एमएम बरसात हुई। पांच साल बाद रायपुर पाटन बांध पर एक फीट चादर चली। बारिश के बाद कई लोग बांधों पर पिकनिक मनाने के लिए भी पहुंचे। जिलेभर की बात की जाए तो श्रीमाधोपुर में 136 और सीकर शहर में 87 एमएम बारिश रिकॉर्ड की गई।
इनके लिए काल बनकर आया मानसून
सात दिन पहले ही हाॅस्टल में आया था हिमांशु, दोस्त के साथ घूमने निकला था, गड्ढ़े में डूबने से मौत
नीमकाथाना | हीरानगर में बुधवार को हॉस्टल के दो छात्र पानी के गड्ढे में डूब गए। हादसे में एक छात्र की मौत हो गई। वहीं दूसरे को लोगों ने बचा लिया। मृतक छात्र हिमांशु के पिता दिल्ली में नौकरी करते हैं। हिमांशु सात दिन पहले ही मदर बेबी हॉस्टल में आया था।
दोनों छात्र सुबह घूमने के लिए हॉस्टल से बाहर निकले थे। यहां एक प्लॉट के गड्ढे में बारिश का पानी भरा था। दोनों उसे देखने लगे। अचानक मिट्टी ढह गई। दोनों पानी में डूब गए। उन्हें डूबते देखकर हॉस्टल के लोगों ने तुरंत ही निकाल लिया।
दोनों को कपिल अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने हिमांशु को मृत घोषित कर दिया। वहीं अजय का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतक 11वीं का छात्र था जो यहां सेम स्कूल में पढ़ता था। हिमांशु इकलौता पुत्र था। परिजनों ने मौत के लिए हॉस्टल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया। सड़क पर जाम लगाया।
जर्जर हवेली का हिस्सा पास के मकान पर गिरा, महिला की मौत
मावंडा खुर्द में पुरानी हवेली का हिस्सा टूटकर पास के मकान पर गिर गया। मकान भी ढह गया। कमरे में सो रही एक महिला व उसके दो बेटे मलबे में दब गए। लोगों ने रेस्क्यू कर निखिल व रवि को तो सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन महिला की मौत हो गई।
मृतका 35 वर्षीय आंची देवी थी। हवेली का एक हिस्सा जिस मकान पर गिरा, उसमें मूलचंद का परिवार सो रहा था। मूलचंद विदेश रहता है। मकान की पट्टी टूटकर महिला व उसके दोनों बेटों पर गिर गई। तीनों को कपिल अस्पताल लेकर अाए, जहां महिला को मृत घोषित कर दिया। मकान की छत का गाटर एक दीवार के सह
बहन के साथ नदी पार कर रही युवती की डूबने से मौत
गांवली-बिहारीपुर नदी में डूबने से युवती की मौत हो गई। उसका शव चार घंटे बाद एक दर्जन गोताखोरों ने खोज निकाला। मृतका मुनिया कंवर (15) पुत्री दिलीप सिंह है। उसके माता- पिता की पूर्व में मौत हो चुकी है। वह अपने ताऊ के पास रहती थी।
चचेरी बहन व भाई के साथ वह दोपहर को भैंस चराने निकली थी। दोनों बहनें नदी पार कर रही थी। उनका भाई दूर खड़ा था। मुनिया कंवर नदी के तेज बहाव में बह गई। चचेरी बहन ने शोर किया तो भाई भी नदी की तरफ दौड़ा। तब तक मुनिया नदी में डूब गई। चार घंटे बाद दो सौ फीट दूर गहराई में मिट्टी में फंसा शव बाहर निकाला जा सकता।
नीमकाथाना- मानसून की बारिश ने जिले के बांधों को लबालब कर कर दिया। नीमकाथाना के 22 बांधों में पानी आ गया। कई बांधों में पानी ओवरफ्लो भी हो गया। वहीं 10 से ज्यादा बड़ी नदियों पर चादर चलने लगी। जिले के ज्यादातर इलाकों में मंगलवार शाम 6 बजे से बुधवार सुबह 10 बजे तक 16 घंटे जोरदार बारिश हुई।
इनके लिए काल बनकर आया मानसून
सात दिन पहले ही हाॅस्टल में आया था हिमांशु, दोस्त के साथ घूमने निकला था, गड्ढ़े में डूबने से मौत
नीमकाथाना | हीरानगर में बुधवार को हॉस्टल के दो छात्र पानी के गड्ढे में डूब गए। हादसे में एक छात्र की मौत हो गई। वहीं दूसरे को लोगों ने बचा लिया। मृतक छात्र हिमांशु के पिता दिल्ली में नौकरी करते हैं। हिमांशु सात दिन पहले ही मदर बेबी हॉस्टल में आया था।
दोनों छात्र सुबह घूमने के लिए हॉस्टल से बाहर निकले थे। यहां एक प्लॉट के गड्ढे में बारिश का पानी भरा था। दोनों उसे देखने लगे। अचानक मिट्टी ढह गई। दोनों पानी में डूब गए। उन्हें डूबते देखकर हॉस्टल के लोगों ने तुरंत ही निकाल लिया।
दोनों को कपिल अस्पताल लेकर आए, जहां डॉक्टरों ने हिमांशु को मृत घोषित कर दिया। वहीं अजय का अस्पताल में इलाज चल रहा है। मृतक 11वीं का छात्र था जो यहां सेम स्कूल में पढ़ता था। हिमांशु इकलौता पुत्र था। परिजनों ने मौत के लिए हॉस्टल प्रबंधन को जिम्मेदार ठहराया। सड़क पर जाम लगाया।
जर्जर हवेली का हिस्सा पास के मकान पर गिरा, महिला की मौत
मावंडा खुर्द में पुरानी हवेली का हिस्सा टूटकर पास के मकान पर गिर गया। मकान भी ढह गया। कमरे में सो रही एक महिला व उसके दो बेटे मलबे में दब गए। लोगों ने रेस्क्यू कर निखिल व रवि को तो सुरक्षित निकाल लिया, लेकिन महिला की मौत हो गई।
मृतका 35 वर्षीय आंची देवी थी। हवेली का एक हिस्सा जिस मकान पर गिरा, उसमें मूलचंद का परिवार सो रहा था। मूलचंद विदेश रहता है। मकान की पट्टी टूटकर महिला व उसके दोनों बेटों पर गिर गई। तीनों को कपिल अस्पताल लेकर अाए, जहां महिला को मृत घोषित कर दिया। मकान की छत का गाटर एक दीवार के सह
बहन के साथ नदी पार कर रही युवती की डूबने से मौत
गांवली-बिहारीपुर नदी में डूबने से युवती की मौत हो गई। उसका शव चार घंटे बाद एक दर्जन गोताखोरों ने खोज निकाला। मृतका मुनिया कंवर (15) पुत्री दिलीप सिंह है। उसके माता- पिता की पूर्व में मौत हो चुकी है। वह अपने ताऊ के पास रहती थी।
चचेरी बहन व भाई के साथ वह दोपहर को भैंस चराने निकली थी। दोनों बहनें नदी पार कर रही थी। उनका भाई दूर खड़ा था। मुनिया कंवर नदी के तेज बहाव में बह गई। चचेरी बहन ने शोर किया तो भाई भी नदी की तरफ दौड़ा। तब तक मुनिया नदी में डूब गई। चार घंटे बाद दो सौ फीट दूर गहराई में मिट्टी में फंसा शव बाहर निकाला जा सकता।