अधिकारियों की समझाइश पर मामला शांत हुआ, ठेकेदार के एक कार्मिक को हटाया
नीमकाथाना- कस्बे में गुरुवार को पेयजल की समस्या को लेकर महिलाओं ने जलदाय विभाग कार्यालय पर प्रदर्शन किया। आक्रोशित महिलाओं ने विभाग के तीन कार्मिकों को कार्यालय भवन में बंद कर गेट पर ताला जड़ दिया और जमकर नारेबाजी की।
सूचना पर विभाग के एईएन सुरेन्द्र कुमार व जेईएन नूतन सैनी मौके पर पहुंचे। उन्हें प्रदर्शनकारी महिलाओं ने खूब खरी-खोटी सुनाई। करीब आधा घंटे समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। अधिकारियों ने जल्द ही स्वीकृत नई बोरिंग करवाने का भरोसा दिलाया।
वहीं बोरिंग की एक मोटर अलग से दी जाएगी। इससे समस्या दूर हो जाएगी। दरअसल कस्बे में बाेरिंग की मोटर जलने से पेयजल की समस्या बनी हुई है। लोग दूरदराज से पानी लातेहैं। कई ग्रामीण पानी के टैंकर मंगवातेहैं। इसकी एवज में मोटी राशि का भुगतान करना पड़ रहा है।
विभाग के टैंकरों में फर्जीवाड़े की शिकायत
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने जलदाय विभाग द्वारा पानी सप्लाई किए जा रहे टैंकरों में फर्जीवाड़ा के आरोप लगाए। उनकी मांग है कि मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाएं। वहीं संबंधित ठेकेदार का भुगतान रोका जाए। आरोप है कि ठेकेदार सप्लाई के टैंकरों में गड़बड़ी करता है। मामले में विभाग को शिकायत दी गई है। ठेकेदार पानी सप्लाई में मनमर्जी करता है। इसके चलते जरूरतमंद लोगों के घरों तक पानी नहीं आता है।
3 कार्मिकों को कमरे में बंद कर लगा दिया ताला
कस्बे में पानी की किल्लत से परेशान महिलाओं ने जलदाय विभाग के तीन कार्मिकों को ऑफिस भवन में बंद कर बाहर ताला लगा दिया। महिलाओं ने कहा, पेयजल समस्या का स्थाई समाधान नहीं होने तक भवन कार्मिकों को बाहर नहीं आने देंगी। कर्मचारी मखनलाल गुर्जर, भगवानाराम यादव व रतन शर्मा को बंद किया गया। इस दौरान ग्रामीणों की शिकायत पर ठेकेदार के एक कार्मिक पवन कुमार शर्मा को हटा दिया।
ग्रामीणों नेबताया कि पूरे गांव में एक ही बोरिंग से पानी की सप्लाई होती है। यहां पानी की दो टंकी हैं। टंकियों में इसी बोरिंग का पानी भरतेहैं, लेकिन तीन दिनों सेबोरिंग की मोटर में खराबी आने से लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा। इसी को लेकर लोगों में रोष है।
मामले में ग्रामीण एक और बोरिंग करवाने की मांग कर रहेहैं। प्रदर्शन में गुड्डी देवी, रतनी देवी, माया देवी, मीरा देवी, अणची देवी, मून्नी सहित अनेक महिलाएं शामिल हुई।
नीमकाथाना- कस्बे में गुरुवार को पेयजल की समस्या को लेकर महिलाओं ने जलदाय विभाग कार्यालय पर प्रदर्शन किया। आक्रोशित महिलाओं ने विभाग के तीन कार्मिकों को कार्यालय भवन में बंद कर गेट पर ताला जड़ दिया और जमकर नारेबाजी की।
सूचना पर विभाग के एईएन सुरेन्द्र कुमार व जेईएन नूतन सैनी मौके पर पहुंचे। उन्हें प्रदर्शनकारी महिलाओं ने खूब खरी-खोटी सुनाई। करीब आधा घंटे समझाइश के बाद मामला शांत हुआ। अधिकारियों ने जल्द ही स्वीकृत नई बोरिंग करवाने का भरोसा दिलाया।
वहीं बोरिंग की एक मोटर अलग से दी जाएगी। इससे समस्या दूर हो जाएगी। दरअसल कस्बे में बाेरिंग की मोटर जलने से पेयजल की समस्या बनी हुई है। लोग दूरदराज से पानी लातेहैं। कई ग्रामीण पानी के टैंकर मंगवातेहैं। इसकी एवज में मोटी राशि का भुगतान करना पड़ रहा है।
विभाग के टैंकरों में फर्जीवाड़े की शिकायत
प्रदर्शनकारी महिलाओं ने जलदाय विभाग द्वारा पानी सप्लाई किए जा रहे टैंकरों में फर्जीवाड़ा के आरोप लगाए। उनकी मांग है कि मामले में उच्च स्तरीय जांच करवाएं। वहीं संबंधित ठेकेदार का भुगतान रोका जाए। आरोप है कि ठेकेदार सप्लाई के टैंकरों में गड़बड़ी करता है। मामले में विभाग को शिकायत दी गई है। ठेकेदार पानी सप्लाई में मनमर्जी करता है। इसके चलते जरूरतमंद लोगों के घरों तक पानी नहीं आता है।
3 कार्मिकों को कमरे में बंद कर लगा दिया ताला
कस्बे में पानी की किल्लत से परेशान महिलाओं ने जलदाय विभाग के तीन कार्मिकों को ऑफिस भवन में बंद कर बाहर ताला लगा दिया। महिलाओं ने कहा, पेयजल समस्या का स्थाई समाधान नहीं होने तक भवन कार्मिकों को बाहर नहीं आने देंगी। कर्मचारी मखनलाल गुर्जर, भगवानाराम यादव व रतन शर्मा को बंद किया गया। इस दौरान ग्रामीणों की शिकायत पर ठेकेदार के एक कार्मिक पवन कुमार शर्मा को हटा दिया।
ग्रामीणों नेबताया कि पूरे गांव में एक ही बोरिंग से पानी की सप्लाई होती है। यहां पानी की दो टंकी हैं। टंकियों में इसी बोरिंग का पानी भरतेहैं, लेकिन तीन दिनों सेबोरिंग की मोटर में खराबी आने से लोगों को पीने का पानी नहीं मिल रहा। इसी को लेकर लोगों में रोष है।
मामले में ग्रामीण एक और बोरिंग करवाने की मांग कर रहेहैं। प्रदर्शन में गुड्डी देवी, रतनी देवी, माया देवी, मीरा देवी, अणची देवी, मून्नी सहित अनेक महिलाएं शामिल हुई।
साभार- दैनिक भास्कर