नीमकाथाना न्यूज़- मोदी बाग कॉलोनी में गुरुवार दोपहर
को चोर सूने मकान के ताले तोड़कर
साढ़े तीन लाख के आभूषण व पांच
हजार रुपए ले गए। वारदात के
बारे में शिक्षिका कमला सैनी के घर
लौटने पर पता लगा। पुलिस ने भी
मौके पर पहुंचकर चोरों की तलाश
शुरू की।
कमला सैनी ने बताया सुबह सात बजे वह गुहाला स्कूल में ड्यूटी पर चली गई थी। शिक्षक सुभाष सैनी अपने बच्चे के साथ दिल्ली चले गए थे। घर पर कोई नहीं था। दोपहर 2.30 बजे लौटी तो गेट पर ताला था। अंदर कमरों के ताले टूटेमिले। पलंग पर सामान बिखरा पड़ा था। अलमारी में रखे गहनों के डिब्बे खाली थे।
चोरों ने दो कमरों में तलाशी ली। इस दौरान पड़ोसियों को भी चोरी की वारदात के बारे में पता नहीं लगा। चोर सोने के तीन मंगलसूत्र, तीन अंगूठी, कान के झुमके तीन जोड़ी, कान की बाली तीन, नाक की तीन लूंग, चांदी के सात सिक्के, पांच पायल की जोड़ी, तीन चांदी की अंगूठी, चम्मचकटोरी चांदी के एक जोड़ी, ओम का चांदी का पैंडल व पांच हजार रुपए ले गए।
लोगों ने कॉलोनी में बढ़ती चोरी की घटना पर नाराजगी जताई। मौके पर पहुचे सीआई श्रीराम से भी लोगों ने चोरों को पकड़ने की मांग रखी। कॉलोनी में अधिकांश लोग नौकरीपेशा वाले हैं। शिक्षक दंपती व बच्चे स्कूल जाने के बाद कई घर सूने रहते हैं। इसके कारण चोरों के निशाने पर है। अभी तक हुई चोरियों में किसी का पता नहीं लगा। तीन साल से लगातार वारदातें हो रही हैं।
कमला सैनी ने बताया सुबह सात बजे वह गुहाला स्कूल में ड्यूटी पर चली गई थी। शिक्षक सुभाष सैनी अपने बच्चे के साथ दिल्ली चले गए थे। घर पर कोई नहीं था। दोपहर 2.30 बजे लौटी तो गेट पर ताला था। अंदर कमरों के ताले टूटेमिले। पलंग पर सामान बिखरा पड़ा था। अलमारी में रखे गहनों के डिब्बे खाली थे।
चोरों ने दो कमरों में तलाशी ली। इस दौरान पड़ोसियों को भी चोरी की वारदात के बारे में पता नहीं लगा। चोर सोने के तीन मंगलसूत्र, तीन अंगूठी, कान के झुमके तीन जोड़ी, कान की बाली तीन, नाक की तीन लूंग, चांदी के सात सिक्के, पांच पायल की जोड़ी, तीन चांदी की अंगूठी, चम्मचकटोरी चांदी के एक जोड़ी, ओम का चांदी का पैंडल व पांच हजार रुपए ले गए।
लोगों ने कॉलोनी में बढ़ती चोरी की घटना पर नाराजगी जताई। मौके पर पहुचे सीआई श्रीराम से भी लोगों ने चोरों को पकड़ने की मांग रखी। कॉलोनी में अधिकांश लोग नौकरीपेशा वाले हैं। शिक्षक दंपती व बच्चे स्कूल जाने के बाद कई घर सूने रहते हैं। इसके कारण चोरों के निशाने पर है। अभी तक हुई चोरियों में किसी का पता नहीं लगा। तीन साल से लगातार वारदातें हो रही हैं।