- मनीष टांक
नीमकाथाना-उपखण्ड क्षेत्र में विगत दिनों हुई मूसलादार बारिश के बाद सड़कों का बुराहाल हो गया। जगह जगह नई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई जिसमें हादसे होने की संभावना बनी हुई हैं। जिसको लेकर प्रशासन ने खेतड़ी मोड़ से होते हुए शाहपुरा रोड एवं खेतड़ी मोड़ से भूदौली रोड़, भावरियों की ढाणी की सड़कों में गड्ढे बन रहे थे। विभाग उन्ही गड्ढों में मिट्टी व कंकरीट भरकर स्थाई समाधान नहीं करने के वजायखानापूर्ति कर रहे हैं।
गौरतलब है कि विगत सात अप्रैल को मुख्यमंत्री शहरी गौरव पथ योजना में 2.50 करोड़ रूपये की लागत से बने गौरव पथ का नेहरू पार्क में लोकार्पण किया गया था। शहर की सड़कों में क्रेक बढ़ने एवं मेंटीनेंस नहीं होने के कारण सड़कों में जगह जगह क्षतिग्रस्त हो गई।
वहीं करीब डेढ साल पहले अस्सी लाख रूपये की लागत से खेतड़ी मोड़ से भूदौली रोड़ एवं बायपास तक सड़क का निर्माण किया गया था। जिसमें एक साईड नगरपालिका तो दूसरी साईड इरकॉन कम्पनी ने कार्य किया।
बारिश के बाद भावरियों की ढाणी में तो सड़क का इतना बूराहाल हो गया कि कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता हैं। वहां भी मिट्टी व कंकरीट डालकर खानापूर्ति की जा रही हैं।
पीडब्ल्यूडी विभाग ने ठेकेदार को 1.74 करोड़ रूपये का भूगतान कर चुकी। बचे हुए कार्य के लिए वर्क आर्डर जारी नहीं हुआ।
नीमकाथाना-उपखण्ड क्षेत्र में विगत दिनों हुई मूसलादार बारिश के बाद सड़कों का बुराहाल हो गया। जगह जगह नई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई जिसमें हादसे होने की संभावना बनी हुई हैं। जिसको लेकर प्रशासन ने खेतड़ी मोड़ से होते हुए शाहपुरा रोड एवं खेतड़ी मोड़ से भूदौली रोड़, भावरियों की ढाणी की सड़कों में गड्ढे बन रहे थे। विभाग उन्ही गड्ढों में मिट्टी व कंकरीट भरकर स्थाई समाधान नहीं करने के वजायखानापूर्ति कर रहे हैं।
गड्ढों में विभाग स्थाई समाधान के वजाय मिट्टी व कंकरीट डालकर खानापूर्ति |
नीमकाथाना में खेतड़ी मोड़ से शाहपुरा रोड़ पर जगह जगह बने गड्ढे। |
वहीं करीब डेढ साल पहले अस्सी लाख रूपये की लागत से खेतड़ी मोड़ से भूदौली रोड़ एवं बायपास तक सड़क का निर्माण किया गया था। जिसमें एक साईड नगरपालिका तो दूसरी साईड इरकॉन कम्पनी ने कार्य किया।
बारिश के बाद भावरियों की ढाणी में तो सड़क का इतना बूराहाल हो गया कि कोई बड़ा हादसा घटित हो सकता हैं। वहां भी मिट्टी व कंकरीट डालकर खानापूर्ति की जा रही हैं।
पीडब्ल्यूडी विभाग ने ठेकेदार को 1.74 करोड़ रूपये का भूगतान कर चुकी। बचे हुए कार्य के लिए वर्क आर्डर जारी नहीं हुआ।