ग्रामीणों ने दो दिन प्रदर्शन किया तब हुई बजरी माफिया पर कार्रवाई खान विभाग और पुलिस ने बिहार की नदी में पांच अवैध बजरी प्लांट किए नष्ट
नीमकाथाना न्यूज़- डाबला में बिहार की नदी में बजरी का अवैध खनन करने वाले माफिया पर कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों के दो दिन प्रदर्शन करने के बाद खान विभाग ने पुलिस व प्रशासन की मदद से कार्रवाई की। इस दौरान अवैध बजरी खनन कर रहे पांच प्लांटों पर कार्रवाई की गई।
ये पांचों प्लांट बिहार में नदी के बहाव क्षेत्र में स्थित खातेदारी की भूमि पर काफी लंबे समय से चल रहे थे। उन पर कार्रवाई को लेकर ग्रामीण शिकायत कर रहे थे, लेकिन खनन माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। खान विभाग की विजिलेंस टीम, पाटन पुलिस व पाटन के प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई में डाबला में खातेदारी जमीन पर चल रहे पांच बजरी के प्लांटों को जेसीबी से मौके पर ही नष्ट किया गया।
कार्रवाई के बावजूद एक भी बजरी माफिया पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। विजलेंस टीम के एएमई राजेन्द्रसिंह चौधरी ने बताया कि बिहार के ग्रामीणों ने शिकायत थी कि कुछ लोग उनके क्षेत्र में खातेदारी भूमि में अवैध रूप से बजरी का खनन कर रहे हैं और उनके लिए प्लांट भी लगा रखे हैं। इसके बाद खान विभाग के अधिकारियों ने पुलिस व प्रशासन से कार्रवाई के लिए मदद मांगी।
पाटन थानाधिकारी सवाईसिंह व नायब तहसीलदार सत्यवीर यादव के साथ खान विभाग की विजिलेंस टीम ने मौके पर जाकर पांच बजरी प्लांटों को नष्ट कराया, जबकि खनन माफिया मौके पर फरार हो गया। कार्रवाई के दौरान खान विभाग के हिम्मतसिंह, पटवारी राजेंद्र तोंदवाल, सरपंच अमरनाथ गोयल, डाबला सरपंच मनोज जिलोवा सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
ये है मामला- डाबला क्षेत्र में हो रहे अवैध बजरी खनन के खिलाफ ग्रामीणों ने डाबला पुलिस चौकी के सामने धरना देकर प्रदर्शन किया था। ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर नायब तहसीलदार सतवीर यादव व पाटन थानाधिकारी सवाईसिंह तंवर मौके पर आए।
ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन देकर अवैध खनन को बंद कराने की मांग की। इसके बाद नायब तहसीलदार ने पुलिस के साथ बिहार नदी का मौका मुआयना किया, लेकिन मौके पर खनन माफिया नहीं मिले।
इससे पहले बिहार के रतननगर के ग्रामीणों ने सरपंच के नेतृत्व में रविवार रात को भी डाबला पुलिस चौकी पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने खनन माफिया पर धमकाने के आरोप लगाए थे। सुरेन्द्र, गोविंद,गोलू जाट, सुमेरसिंह व पांच-सात अन्य लोगों ने उन्हें धमकाया।
डाबला में सामुदायिक भवन के पास कर रहे थे अवैध खनन, ग्रामीणों ने विरोध किया ताे डराने लगे
ग्रामीणों का फौरी कार्रवाई का आरोप
डाबला नदी में बजरी प्लांट तोड़ने के मामले में ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने मामले में फौरी कार्रवाई की है। यहां दर्जनों लोग अवैध बजरी खनन कर रहे हैं, जहां कार्रवाई की गई वे प्लांट भी पूरे नहीं तोड़े। इससे ग्रामीणों में रोष है।
नीमकाथाना न्यूज़- डाबला में बिहार की नदी में बजरी का अवैध खनन करने वाले माफिया पर कार्रवाई की मांग को लेकर ग्रामीणों के दो दिन प्रदर्शन करने के बाद खान विभाग ने पुलिस व प्रशासन की मदद से कार्रवाई की। इस दौरान अवैध बजरी खनन कर रहे पांच प्लांटों पर कार्रवाई की गई।
ये पांचों प्लांट बिहार में नदी के बहाव क्षेत्र में स्थित खातेदारी की भूमि पर काफी लंबे समय से चल रहे थे। उन पर कार्रवाई को लेकर ग्रामीण शिकायत कर रहे थे, लेकिन खनन माफिया पर कोई कार्रवाई नहीं हो रही थी। खान विभाग की विजिलेंस टीम, पाटन पुलिस व पाटन के प्रशासनिक अधिकारियों की संयुक्त कार्रवाई में डाबला में खातेदारी जमीन पर चल रहे पांच बजरी के प्लांटों को जेसीबी से मौके पर ही नष्ट किया गया।
कार्रवाई के बावजूद एक भी बजरी माफिया पर कोई मामला दर्ज नहीं किया गया है। विजलेंस टीम के एएमई राजेन्द्रसिंह चौधरी ने बताया कि बिहार के ग्रामीणों ने शिकायत थी कि कुछ लोग उनके क्षेत्र में खातेदारी भूमि में अवैध रूप से बजरी का खनन कर रहे हैं और उनके लिए प्लांट भी लगा रखे हैं। इसके बाद खान विभाग के अधिकारियों ने पुलिस व प्रशासन से कार्रवाई के लिए मदद मांगी।
पाटन थानाधिकारी सवाईसिंह व नायब तहसीलदार सत्यवीर यादव के साथ खान विभाग की विजिलेंस टीम ने मौके पर जाकर पांच बजरी प्लांटों को नष्ट कराया, जबकि खनन माफिया मौके पर फरार हो गया। कार्रवाई के दौरान खान विभाग के हिम्मतसिंह, पटवारी राजेंद्र तोंदवाल, सरपंच अमरनाथ गोयल, डाबला सरपंच मनोज जिलोवा सहित अन्य ग्रामीण मौजूद थे।
ये है मामला- डाबला क्षेत्र में हो रहे अवैध बजरी खनन के खिलाफ ग्रामीणों ने डाबला पुलिस चौकी के सामने धरना देकर प्रदर्शन किया था। ग्रामीणों के प्रदर्शन की सूचना पर नायब तहसीलदार सतवीर यादव व पाटन थानाधिकारी सवाईसिंह तंवर मौके पर आए।
ग्रामीणों ने नायब तहसीलदार को ज्ञापन देकर अवैध खनन को बंद कराने की मांग की। इसके बाद नायब तहसीलदार ने पुलिस के साथ बिहार नदी का मौका मुआयना किया, लेकिन मौके पर खनन माफिया नहीं मिले।
इससे पहले बिहार के रतननगर के ग्रामीणों ने सरपंच के नेतृत्व में रविवार रात को भी डाबला पुलिस चौकी पर प्रदर्शन किया। ग्रामीणों ने खनन माफिया पर धमकाने के आरोप लगाए थे। सुरेन्द्र, गोविंद,गोलू जाट, सुमेरसिंह व पांच-सात अन्य लोगों ने उन्हें धमकाया।
डाबला में सामुदायिक भवन के पास कर रहे थे अवैध खनन, ग्रामीणों ने विरोध किया ताे डराने लगे
ग्रामीणों का फौरी कार्रवाई का आरोप
डाबला नदी में बजरी प्लांट तोड़ने के मामले में ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन ने मामले में फौरी कार्रवाई की है। यहां दर्जनों लोग अवैध बजरी खनन कर रहे हैं, जहां कार्रवाई की गई वे प्लांट भी पूरे नहीं तोड़े। इससे ग्रामीणों में रोष है।