नीमकाथाना न्यूज़- रेलवे फाटक-76 पर आरयूबी निर्माण बंद हाेने के मामले में रूडसिकाे के कहा है कि निर्माण एजेंसी इरकाॅन काे माैके पर सीढ़ियां लगाने निर्देश दिए गए थे। लाेगाें ने विराेध कर काम रुकवा दिया। अब पालिका सहयाेग नहीं करेगी ताे एजेंसी काम यथास्थिति में छाेड़ देगी। इसके लिए पूरी तरह पालिका प्रशासन जिम्मेदार हाेगा।
रूडसिकाे व राज्य सरकार के बीच एमओयू भी 30 मार्च काे पूरा हाे जाएगा। इससे पहले 16 अक्टूबर काे पालिका ने कहा था कि समझाैते में जमीन लेने की प्रक्रिया में वक्त लगेगा। रूडसिकाे अपने स्तर पर आरयूबी निर्माण की प्रक्रिया पूरी करें। पिछले चार महीनाें से आरयूबी निर्माण का मामला अटका हुुआ है।
रूडसिकाे ने 30 अक्टूबर काे कार्यकारी एजेंसी इरकाॅन काे आरयूबी का निर्माण एप्राेच के स्थान पर सीढ़ियाें के साथ शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए थे। रूडसिकाे ने पालिका काे पत्र के जरिए सूचना दी है। दूसरी और आरयूबी निर्माण बंद हाेने से लाेगाें में नाराजगी बढ़ने लगी है। लाेगाें ने सीधे तौर पर जनप्रतिनिधियाें व अधिकारियाें काे जिम्मेदार ठहराते हुए आदाेलन की चेतावनी दी है।
ये क्षेत्र है प्रभावित : आरयूबी निर्माण बंद हाेने का असर यूं ताे पूरे इलाके पर पड़ेगा, लेकिन सीधे ताैर पर पेट्राेल पंप के पीछे काॅलाेनी, इंडस्ट्रीज एरिया, जाखड़ काॅलाेनी, नयाबास, काेटड़ा, नापावाली, कीतपुरा, गाेरधनपुरा आदि गांवाें के लाेग प्रभावित हैं। रेलवे फाटक बंद कर दीवार लगाने से लाेगाें की पैदल आवाजाही भी रुक गई है। शहर का आधा हिस्सा अलग-थलग पड़ गया है। लाेगाें काे दाे किमी चक्कर लगाकर गाेडावास रेलवे फाटक हाेकर आना पड़ रहा है।
अब पालिका पूछ रही है कितनी दूरी तक पांच मीटर जमीन चाहिए
हमारे जनप्रतिनिधि व अधिकारी कितने सजग हैं, इसका उदाहरण आरयूबी काे लेकर पालिका व रूडसिकाे के बीच हुए पत्राचार में देखने काे मिलता है। 14 दिसंबर काे पालिका ने रूडसिकाे काे पत्र के जरिए पूछा कि आरयूबी निर्माण के लिए कितनी लंबाई तक पांच मीटर जमीन चाहिए। जवाब में रूडसिकाे ने कहा कि 16 अगस्त काे ही पालिका काे जमीन के बारे में जानकारी दे दी गई थी। ऐसे में सवाल है कि पिछले पांच महीनाें में आरयूबी के लिए जनप्रतिनिधियाें व अधिकारियाें ने गंभीरता नहीं दिखाई।
रूडसिकाे ने 30 अक्टूबर काे कार्यकारी एजेंसी इरकाॅन काे आरयूबी का निर्माण एप्राेच के स्थान पर सीढ़ियाें के साथ शीघ्र पूरा करने के आदेश दिए थे। रूडसिकाे ने पालिका काे पत्र के जरिए सूचना दी है। दूसरी और आरयूबी निर्माण बंद हाेने से लाेगाें में नाराजगी बढ़ने लगी है। लाेगाें ने सीधे तौर पर जनप्रतिनिधियाें व अधिकारियाें काे जिम्मेदार ठहराते हुए आदाेलन की चेतावनी दी है।
ये क्षेत्र है प्रभावित : आरयूबी निर्माण बंद हाेने का असर यूं ताे पूरे इलाके पर पड़ेगा, लेकिन सीधे ताैर पर पेट्राेल पंप के पीछे काॅलाेनी, इंडस्ट्रीज एरिया, जाखड़ काॅलाेनी, नयाबास, काेटड़ा, नापावाली, कीतपुरा, गाेरधनपुरा आदि गांवाें के लाेग प्रभावित हैं। रेलवे फाटक बंद कर दीवार लगाने से लाेगाें की पैदल आवाजाही भी रुक गई है। शहर का आधा हिस्सा अलग-थलग पड़ गया है। लाेगाें काे दाे किमी चक्कर लगाकर गाेडावास रेलवे फाटक हाेकर आना पड़ रहा है।
अब पालिका पूछ रही है कितनी दूरी तक पांच मीटर जमीन चाहिए
हमारे जनप्रतिनिधि व अधिकारी कितने सजग हैं, इसका उदाहरण आरयूबी काे लेकर पालिका व रूडसिकाे के बीच हुए पत्राचार में देखने काे मिलता है। 14 दिसंबर काे पालिका ने रूडसिकाे काे पत्र के जरिए पूछा कि आरयूबी निर्माण के लिए कितनी लंबाई तक पांच मीटर जमीन चाहिए। जवाब में रूडसिकाे ने कहा कि 16 अगस्त काे ही पालिका काे जमीन के बारे में जानकारी दे दी गई थी। ऐसे में सवाल है कि पिछले पांच महीनाें में आरयूबी के लिए जनप्रतिनिधियाें व अधिकारियाें ने गंभीरता नहीं दिखाई।