जयपुर- राजस्थान के मंत्रिमण्डल गठन को लेकर शनिवार को दिल्ली में दिनभर मंथन का दौर चला। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उप मुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अविनाश पाण्डेय और के सी वेणुगोपाल के साथ मंत्रिमण्डल के संभावित नामों पर राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी से चर्चा की। बताया जा रहा है कि बैठक में अधिकतर चेहरों पर सहमति बन चुकी है, कुछ नामों को लेकर निर्णय होना है। राहुल गांधी से चर्चा के बाद गहलोत सीधे अहमद पटेल के आवास पर पहुंचे। यहां करीब दो घंटे तक चर्चा की।
मंत्रिमण्डल में संभावित चेहरे
संभावित मंत्रिमण्डल में बीडी कल्ला, सीपी जोशी, हेमाराम चौधरी, दीपेन्द्र सिंह शेखावत, नरेन्द्र बुडानिया, सालेह मोहम्मद, शांति धारीवाल, भरत सिंह, लालचंद कटारिया, प्रमोद जैन भाया, परसराम मोरदिया, जाहिदा बेगम, मास्टर भंवरलाल मेघवाल, शकुंतला रावत, सुखराम विश्नोई, रामनारायण मीणा, रमेशा मीणा बताए जा रहे हैं। दो-तीन चेहरों की और संभावना है, जो सहमति के बाद शामिल हो सकते हैं।
इसके बाद गहलोत, पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल के आवास पर पहुंचे। देर रात तक वेणुगोपाल के आवास पर बैठक का दौर जारी रहा। संभावना जतायी जा रही है कि जिन दो-तीन नामों को लेकर संशय बना हुआ है, उन पर सहमति बनाने के बाद पाण्डेय, वेणुगोपाल, गहलोत और पायलट की एक बार फिर से राहुल गांधी के साथ चर्चा हो सकती है। राहुल की मुहर लगने के बाद रविवार शाम या सोमवार को सुबह मंत्रिमण्डल गठन हो सकता है। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष के नाम चर्चा के बाद तय कर लिया गया है।
संभावित मंत्रिमण्डल में बीडी कल्ला, सीपी जोशी, हेमाराम चौधरी, दीपेन्द्र सिंह शेखावत, नरेन्द्र बुडानिया, सालेह मोहम्मद, शांति धारीवाल, भरत सिंह, लालचंद कटारिया, प्रमोद जैन भाया, परसराम मोरदिया, जाहिदा बेगम, मास्टर भंवरलाल मेघवाल, शकुंतला रावत, सुखराम विश्नोई, रामनारायण मीणा, रमेशा मीणा बताए जा रहे हैं। दो-तीन चेहरों की और संभावना है, जो सहमति के बाद शामिल हो सकते हैं।
इसके बाद गहलोत, पायलट और प्रदेश प्रभारी अविनाश पाण्डेय पर्यवेक्षक के सी वेणुगोपाल के आवास पर पहुंचे। देर रात तक वेणुगोपाल के आवास पर बैठक का दौर जारी रहा। संभावना जतायी जा रही है कि जिन दो-तीन नामों को लेकर संशय बना हुआ है, उन पर सहमति बनाने के बाद पाण्डेय, वेणुगोपाल, गहलोत और पायलट की एक बार फिर से राहुल गांधी के साथ चर्चा हो सकती है। राहुल की मुहर लगने के बाद रविवार शाम या सोमवार को सुबह मंत्रिमण्डल गठन हो सकता है। साथ ही विधानसभा अध्यक्ष के नाम चर्चा के बाद तय कर लिया गया है।