नीमकाथाना न्यूज़- माकपा व जनवादी जनसंगठनों का बुधवार को खेतड़ी मोड़ स्थित मीणा धर्मशाला में तहसील कार्यकर्ता सम्मेलन आयोजित हुआ। सम्मेलन में मुख्य अतिथि किसान सभा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष व पूर्व विधायक अमराराम रहे। कार्यक्रम की ईश्वरदास परदेशी ने अध्यक्षता की।
अमराराम ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टी चुनावों के समय वादा करके वादाखिलाफी करती हैं। तथा झूठ बोलकर आमजनता का वोट लेकर सत्ता में आ जाती हैं। पूंजीपत्तियों के पक्ष में व गरीबों के खिलाफ कानून बनाती हैं। केन्द्र की मोदी सरकार ने एक वर्ष में दो करोड़ लोगों को रोजगार देने, 100 दिन में मंहगाई कम करने तथा विदेशों से कालाधन लाने का वादा किया था। लेकिन आजतक मोदी सरकार ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया।
अमराराम ने अपने संबोधन में कहा कि भाजपा-कांग्रेस दोनों पार्टी चुनावों के समय वादा करके वादाखिलाफी करती हैं। तथा झूठ बोलकर आमजनता का वोट लेकर सत्ता में आ जाती हैं। पूंजीपत्तियों के पक्ष में व गरीबों के खिलाफ कानून बनाती हैं। केन्द्र की मोदी सरकार ने एक वर्ष में दो करोड़ लोगों को रोजगार देने, 100 दिन में मंहगाई कम करने तथा विदेशों से कालाधन लाने का वादा किया था। लेकिन आजतक मोदी सरकार ने अपना एक भी वादा पूरा नहीं किया।
नीमकाथाना में तहसील कार्यकर्ता सम्मेलन को पूर्व विधायक अमराराम ने संबोधित किया। |
विधानसभा चुनावों से पूर्व कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सरकार बनने के 10 दिन में किसानों का संपूर्ण कर्जा माफ करने का वादा किया लेकिन आजतक राजस्थान के एक भी किसान का कर्जा माफ नहीं हुआ। तथा बेरोजगार को बेरोजगारी भत्ता देने भी शुरू नहीं किया। केवल माकपा ही किसानों, मजदूर, नौजवानों व आम गरीब जनता की सच्ची हितेशी पार्टी हैं।
माकपा जिला सचिव कामरेड़ किशन पारीक ने कहा कि भाजपा-कांग्रेस की सरकार की गलत नितियों के कारण ही आज किसान कर्जदार हो गया हैं। गांव-गांव में किसानों, नौजवानों व मजदूरों को संगठित करके लगातार जन संघर्ष किया जावेगा। सम्मेलन को कामरेड़ रोशनलाल, रतन सिंघल, एडवोकेट रामावतार लांबा, लखनलाल सैनी, मदन काजला सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया।
माकपा जिला सचिव कामरेड़ किशन पारीक ने कहा कि भाजपा-कांग्रेस की सरकार की गलत नितियों के कारण ही आज किसान कर्जदार हो गया हैं। गांव-गांव में किसानों, नौजवानों व मजदूरों को संगठित करके लगातार जन संघर्ष किया जावेगा। सम्मेलन को कामरेड़ रोशनलाल, रतन सिंघल, एडवोकेट रामावतार लांबा, लखनलाल सैनी, मदन काजला सहित कई वक्ताओं ने संबोधित किया।