पाटन-पाटन थानान्तर्गत नाथा की नांगल तन झालरा की भूरी डूंगरी में से अवैध खनन कर सरकार को लाखो रूपये का चूना लगा रहे है। ग्रामीणो ने बताया कि पूर्व में यहां पर पांच हैक्टेयर की लीज खनिज विभाग द्वारा स्वीकृत की गई थी खनन क्षेत्र के पास लगभग 20 हैक्टयेर का रकबा खाली पडा है। लीज क्षेत्र से हटकर खनन मालिको द्वारा अवैध खनन किये जाने पर खनिज विभाग ने खनन मालिको पर करोडो रूपयो का जुर्माना किया था परन्तु खनन मालिको ने जुर्माना भरने के बजाय लीज को ही निरस्त करवा दी गई। उसके बाद से खनन क्षेत्र खान विभाग के पास चला गया।
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खनन क्षेत्र के पास अवैध लगाई गई पत्थर पिसने की चक्की। |
कुछ महिनो से यहां पर अवैध खनन किया जा रहा है जिसकी षिकायते खान मालिक सहित ग्रामीणो ने भी खान विभाग को की है। यहीं नही खान मालिक का जहां क्रेशर प्लांट लगा हुआ था अब उस जगह अवैध खनन करने वाले लोगो ने अवैध रूप से पत्थर पिसने की चक्की लगा ली है तथा खनन क्षेत्र से टैक्ट्ररो से पत्थर भरकर बजरी बना रहे है। जिससे सरकार को लाखो रूपये का राजस्व नुकसान हो रहा है। 23 मई को ग्रामीणो की शिकायत पर सहायक खनि अभियन्ता राजेन्द्र चौधरी बिजलेन्स ने मौके पर जाकर एक टैक्टर को पकडा जिससे 26 हजार 750 की पैन्लटी वसूल की गई। यह टैक्टर नाथा की नांगल निवासी बहादुर यादव का बताया गया जो अवैध खनन कर रहा था।
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अवैध खनन की जगह |
बिजलेन्स टीम को देखकर पत्थरो से भरे दो टैक्टर पत्थर खाली कर मौके से फरार हो गये । फरार होने वाले भी नाथा की नांगल के बताये जा रहे है। ग्रामीणो ने यह भी बताया कि खनन करने वाले लोग अपने साथ 15 से 20 लोग साथ रखते है जो किसी भी धटना को अन्जाम दे सकते है। विभागिय अधिकारी भी कार्यवाही करने से डरते है ये लोग चोरी छुपे बिजली भी रेल्वे की ही काम में ले रहे है।
इनका कहना है
सहायक खनि अभियन्ता राजेन्द्र चौधरी बिजलेन्स ने कहा इसी सप्ताह में खनन क्षेत्र में जाकर जांच की जायेगी तथा मौके पर जो भी अवैघ खनन करने वाले लोग मिलेगे उनके खिलाफ कार्यवाही की जायेगी।