पत्रकार संघ ने कड़े शब्दों में निंदा की, उचित कार्यवाही की मांग
नीमकाथाना-पालिका क्षेत्र में हो रहे अवैध काॅलोनी काटने को लेकर खबर प्रकाशित करने पर पत्रकारों को जाने से मारने की धमकियां देने का मामला सामने आया हैं। जिसको लेकर शुक्रवार को राजस्थान वर्किंग मीडिया जर्नलिस्ट यूनियन ने उपखण्ड अधिकारी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में अवगत करवाते हुए यूनियन के प्रदेश प्रधान वरिष्ठ पत्रकार हरिकिशन राव ने बताया कि नगरपालिका के पैराफैरी क्षेत्र में कृषि भूमि पर अवैध आवासीय काॅलोनी काटने की खबर अखबार में प्रकाशित करने पर बड़े भूमाफियों द्वारा पत्रकार हरिश देवंदा को लगातार जान से मारने की धमकियां सहित झूठे मुकदमें में फंसाने की धमकियां दी जा रही हैं। जिसको लेकर विगत दिनों पुलिस अधीक्षक सीकर को शिकायत की गई थी। जिसपर कोई कार्यवाही नहीं होने पर पूरे पत्रकार संघ में आक्रोश व्याप्त करते हुए ज्ञापन सौंपा। वहीं दूसरी और नगरपालिका में आरटीआई कार्यकर्ता एवं पत्रकारों द्वारा क्षेत्र में अवैध काॅप्लैक्सों व मंदिर माफी की भूमि पर अवैध निर्माण को लेकर शिकायत करते हैं। जिनपर नगरपालिका ने आजतक कोई कार्यवहीं की।
उल्टा शिकायतकर्ताओं पर ही अधिशाषी अधिकारी सलीम खान ने गुरूवार को वाट्सअप गु्रप के माध्यम से लिखा कि आए दिन सामाजिक आरटीआई कार्यकर्ता व पत्रकार द्वारा शिकायत कर पालिका अधिकारियों व कर्मचारियों पर दवाब बनाकर निर्माणकर्ताओं से मोटी रकम वसूलने का आरोप लगाया गया। जिससे सभी पत्रकारों की छवि धूमिल हुई। पत्रकारों ने कड़ी निंदा करते हुए मांग की हैं कि अधिशाषी अधिकारी सलीम खान ने निर्भिक पत्रकारिता करने वालें पत्रकारों पर सोशल मीड़िया के जरिए भ्रांतियां फैलाई हैं जिसके खिलाफ उचित कार्यवाही जावें। ईओं पूर्व में की गई शिकायतों पर पर्दा डालकर अवैध निर्माणकर्ताओं को पनाह दे रहा हैं। तत्कालीन अधिशाषी अधिकारी विशाल यादव ने शिकायत पर शहर में बने पांच अवैध काम्पलैक्सों को सीज करने की कार्यवाही के आदेश जारी किए थे। लेकिन भूमाफियों एवं राजनैतिक दवाब के चलते अधिकारी रातो रात एपीओं करवा दिया गया। उसके बाद आए ईओ सलीम खान ने उक्त काॅम्पलैक्सों पर आजतक कोई कार्यवाही नहीं की गई। इस दौरान पत्रकार जुगलकिशोर, जिलाध्यक्ष नरेन्द्र सिंह शेखावत, हरिश देवंदा, रवि टेलर, मनीष टांक, विमल भारद्वाज, श्रवण भारद्वाज आदि मौजूद रहे।