नीमकाथाना- राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ द्वारा वीर सावरकर विचार संगोष्ठी का आयोजन किया गया। संगोष्ठि में मुख्य वक्ता कैलाश पूर्व व्याख्याता सीकर ने अपने उध्बोधन में बताया कि क्रन्तिकारी वीर सावरकर अच्छे कवि थे और अपनी कविता से देश मे आजादी का माहौल बनाये रखते थे। सावरकर जी देश मे पहली बार 2 बार उम्र कैद की सज़ा भी हुई। हिंदूवादी विचारधारा से ओतप्रोत उनका जीवन एक मिसाल बना।
उन्होंने जेल में रहते हुए भी कविता लिखने का क्रम जारी रखा। कोयले से दीवारों पर लिखा करते थे। स्वदेशी आंदोलन में भी उनका बहुत बड़ा योगदान रहा। विदेशी वस्त्रो की होली भी जलाई। कार्यक्रम को सामर्थ्य संस्थान के वरुण प्रताप सिंह, रवि शर्मा व्याख्याता गणेश्वर ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम में क्रांतिकारी वीर सावरकर पर बनी लघु फ़िल्म भी दिखाई गई,।कार्यक्रम का संचालन सोहन लाल सोनी ने किया। कार्यक्रम संयोजक वीरेंद्र सिंह डिफेंस अकेडमी संचालक ने सभी का आभार व्यक्त किया। कार्यक्रम में नरेंद्र सिंह शेखावत, नरेश जिंदल, शंकर चेतानी, अशोक जोधपुरी, राजवीर जाखड़, महेंद्र गोयल, रावत राणा, इंद्राज सैनी सहित अनेक लोग उपस्थित रहे।