पाटन- जवाहर नवोदय विद्यालय के बच्चे आज जब 2 माह की छुट्टी मना कर विद्यालय में पहुंचे तथा अपने अपने हॉस्टलों में गए तो छात्र छात्राओं को पीने का पानी नहीं मिला, छात्र छात्राओं को 500 मीटर दूर विद्यालय के ऑफिस में लगे आरो में से पानी लाने को मजबूर होना पड़ा। सामाजिक कार्यकर्ता कैलाश मीणा ने संवाददाता को बताया की जवाहर नवोदय विद्यालय मानव संसाधन विकास मंत्रालय भारत सरकार की तरफ से संचालित है तथा केंद्र सरकार की तरफ से छात्र-छात्राओं की शिक्षा के लिए बहुत पैसा आता है उसके बावजूद भी विद्यालय के प्राचार्य द्वारा छात्र-छात्राओं के लिए पर्याप्त व्यवस्था नहीं होने की बातें सामने आ रही है। मीणा ने यह भी बताया की जवाहर नवोदय विद्यालय के प्राचार्य का व्यवहार अभिभावकों के प्रतिअच्छा नहीं होने के कारण अधिकांश अभिभावक विद्यालय में नहीं जाते हैं। विद्यालय में भी प्रिंसिपल का अच्छा अनुशासन नहीं है जिस कारण जवाहर नवोदय विद्यालय आए दिन सुर्खियों में बना रहता है। मीणा ने इस बारे में जवाहर नवोदय विद्यालय के प्रिंसिपल ऐ के जैन से जब जानकारी चाही तो उन्होंने बताया की छात्राओं के हॉस्टल में महज दो दिन में पानी की व्यवस्था कर दी जाएगी। इस पर मीणा ने प्रिंसिपल को कहा कि जब 2 महीने की छुट्टियां चल रही थी और स्कूल खुलने वाले थे तब आप छात्राओं के लिए पानी की व्यवस्था क्यों नहीं कर पाए। मीणा शीघ्र ही इस संदर्भ में जवाहर नवोदय विद्यालय के डिप्टी कमिश्नर जयपुर व कमिश्नर दिल्ली से मिलेंगे तथा जवाहर नवोदय विद्यालय में जो भी खामियां हैं उनके बारे में अधिकारियों को लिखित ज्ञापन देंगे।
भंयकर गर्मी में जवाहर नवोदय विद्यालय के बच्चे पानी को तरसे
July 02, 2019