उमेश शर्मा की तीर्थ धाम से लाइव रिपोर्ट.....
गणेश्वर- सावन मास शुरू होने में एक दिन दूर है लेकिन तीर्थ धाम सुविधाओं का मोहताज हो रहा है। गणेश्वर का गालव गंगा तीर्थ धाम पर सावन महीने में श्रद्धालुओं की भीड़ लगी रहती है। हरियाली से आच्छादित पहाड़ी क्षेत्र में बड़ी संख्या में लोग पिकनिक के लिए भी आते हैं, लेकिन उनकी सुरक्षा भगवान भरोसे है। लोगों की सुरक्षा और उनके ठहरने की तीर्थ स्थलों पर कोई व्यवस्था नहीं है।
कहने को तो गणेश्वर में धर्मशालाएं बनी हुई हैं लेकिन वो भी क्षतिग्रस्त है गणेश्वर तीर्थ धाम पर मंदिर परिसर में आवारा पशुओं का भी आतंक रहता है। धर्मशालाओं के सामने गंदगी पसरी और तीर्थ स्थल होने के बावजूद प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा। बंदरों का आंतक भी है, लेकिन प्रशासन तीर्थ स्थलों की अनदेखी कर रहा है। गणेश्वर में पसरी गंदगी से श्रद्धालु परेशान हैं।
कहने को तो गणेश्वर में धर्मशालाएं बनी हुई हैं लेकिन वो भी क्षतिग्रस्त है गणेश्वर तीर्थ धाम पर मंदिर परिसर में आवारा पशुओं का भी आतंक रहता है। धर्मशालाओं के सामने गंदगी पसरी और तीर्थ स्थल होने के बावजूद प्रशासन कोई सुध नहीं ले रहा। बंदरों का आंतक भी है, लेकिन प्रशासन तीर्थ स्थलों की अनदेखी कर रहा है। गणेश्वर में पसरी गंदगी से श्रद्धालु परेशान हैं।
गणेश्वर के ग्रामीण करते हैं तीर्थ धाम की सुरक्षा सेवा : सुरक्षा को लेकर प्रशासन अनदेखी कर रहा है जिसके चलते ग्रामीणों ने तीर्थ स्थलों की सुरक्षा सेवा का संकल्प लिया है लोग प्रशासन पर निर्भर नहीं रहेगा। उपेक्षित गणेश्वर धाम पर सेवा सुरक्षा के लिए युवाओं को जिम्मेदारी सौंपी गई है।
उल्लेखनीय है कि गर्म पानी का झरना गणेश्वर की बड़ी खासियत है गणेश्वर तीर्थ धाम पर शौचालय तो बने हुए हैं लेकिन वो भी ना मात्र के 5 वर्ष पहले बने तीर्थ धाम शौचालय बिलकुल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं उन शौचालय के लोग पानी की टंकी के पाइप लाइन तक उखाड़ कर ले गए इस से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
उल्लेखनीय है कि गर्म पानी का झरना गणेश्वर की बड़ी खासियत है गणेश्वर तीर्थ धाम पर शौचालय तो बने हुए हैं लेकिन वो भी ना मात्र के 5 वर्ष पहले बने तीर्थ धाम शौचालय बिलकुल क्षतिग्रस्त हो रहे हैं उन शौचालय के लोग पानी की टंकी के पाइप लाइन तक उखाड़ कर ले गए इस से श्रद्धालुओं को काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।