पाटन से बबलू यादव की रिपोर्ट......
पाटन- निकटवर्ती गांव रामपुरा बेगा की नांगल देर रात को बघेरे ने चार बकरियों का शिकार कर लिया। नेकीराम पुत्र बनबारी जाति हरिजन अपने घर पर अपने परिवार के साथ सो रहे थे तभी अचानक बकरियों की मेमने की आवाज़ आई। नेकीराम ने नींद से उठकर देखा तो बघेरा बकरियों का शिकार कर रहा यह देखकर नेकीराम ने हो हल्ला मचा दिया।
हल्ला सुनकर पड़ोस के लोग वहां पहुंचे बघेरे ने लोगों को आता देखकर चारों बकरियों को छोड़ पहाड़ी की तरफ भाग गया। चारों बकरियों की मोके पर ही मौत हो गई। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। नेकीराम परिवार का गुजारा बकरियों से ही करता है बकरियों की मौत के बाद परिवार का पेट पालने का संकट आ गया है। प्रशासन के लोगों को घटना की जानकारी दी गई है जिस पर उन्होंने रिपोर्ट तैयार कर आगे भेजने की बात कहीं।
पूर्व में भी मीणा की नांगल के पास की ढाणी में बघेरे ने घर के पिछवाड़े में बने बाड़े में घुसकर बकरियों को निशाना बनाया था तथा रामपुरा बेगा की नांगल के लोगों ने बघेरे को पहाड़ी की तरफ जाते देखा था। बघेरे के समाचार मिलने के बाद से लोगो में दहशत का माहौल बना हुआ है। परन्तु वन विभाग के अधिकारियों के पास में ऐसी कोई सुविधाएं नंही है कि इन हिंसक जानवरों को पकड़ कर कंही अन्य जगह ले जाया जा सके। ग्रामीणों ने पीड़ित को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की।
हल्ला सुनकर पड़ोस के लोग वहां पहुंचे बघेरे ने लोगों को आता देखकर चारों बकरियों को छोड़ पहाड़ी की तरफ भाग गया। चारों बकरियों की मोके पर ही मौत हो गई। परिवार की आर्थिक स्थिति काफी दयनीय है। नेकीराम परिवार का गुजारा बकरियों से ही करता है बकरियों की मौत के बाद परिवार का पेट पालने का संकट आ गया है। प्रशासन के लोगों को घटना की जानकारी दी गई है जिस पर उन्होंने रिपोर्ट तैयार कर आगे भेजने की बात कहीं।
पूर्व में भी मीणा की नांगल के पास की ढाणी में बघेरे ने घर के पिछवाड़े में बने बाड़े में घुसकर बकरियों को निशाना बनाया था तथा रामपुरा बेगा की नांगल के लोगों ने बघेरे को पहाड़ी की तरफ जाते देखा था। बघेरे के समाचार मिलने के बाद से लोगो में दहशत का माहौल बना हुआ है। परन्तु वन विभाग के अधिकारियों के पास में ऐसी कोई सुविधाएं नंही है कि इन हिंसक जानवरों को पकड़ कर कंही अन्य जगह ले जाया जा सके। ग्रामीणों ने पीड़ित को आर्थिक सहायता दिलाने की मांग की।