नीमकाथाना-भारत सरकार द्वारा नाटापन, दुबलापन एवं कुपोषण
की दर में कमी लाने एवं गभर्वती ओर धात्री महिलायें तथा
0-6 वर्ष की आयु वर्ग के बच्चों के पोषण स्तर में सुधार
करने हेतु पूरे देष में राष्ट्रीय पोषण मिषन शुरु किया गया
है। वर्तमान में माह सितम्बर 2019 को पोषण माह के रुप में
मनाया जा रहा है। मंगलवार को अंतर्गत सीडीपीओ ऑफिस
में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं की एक मिटिंग का आयोजन किया
गया। सीडीपीओ संजय चेतानी ने पोषण माह के उदेष्यों,
लक्ष्यों पर विस्तार से प्रकाष डालते हुए बताया कि वर्तमान में देष
में कुपोषण की स्थिति बहुत अधिक हैं, तथा पोषण मिषन
का उदेष्य लोगो के व्यवहार में परिवर्तन लाकर कुपोषण को
दूर करना है।
पोष्टिक आहार के संबंध में जानकारी देते हुए
राष्ट्रीय पोषण मिषन के ब्लाॅक काॅर्डिनेटर अंशुल
श्रीवास्तव ने बताया कि व्यक्ति को खाघ पदार्थो में
विभिन्नता रखनी चाहिए जैसे रोटी/चावल ओर साथ ही पीले व
काले रंग की दालें, हरी पत्तेदार सब्जियों जैसे पालक, मैथी,
चैलाई और सरसों पीले फल जैसे आम व पका हुआ पपीता भी
लें। आंगनबाडी से मिलने वाला पोषाहार लाभार्थी
निर्धारित तरिके से अपने आहार में शामिल करे तो कुपोषण से
बचाव हो सकता है। इसके उपरान्त एक पोषण रैली का आयोजन
किया गया। रैली में आंगनबाडी गौवर्धनपुरा, कोटडा,
नापावाली, पुरानाबास, सिरोही, दरीबा, डोकन, जीताला,
कुण्डाला, नारदा, न्यौराणा, रायपुर पाटन, टोडा आदि गांवों से आई हुयी कार्यकर्ताओं, आषा सहयोगिनियों ने भाग लिया।