नीमकाथाना-राष्ट्रीय पोषण मिशन के तहत ब्लॉक के सभी 260 आंगनबाड़ी केन्द्रों पर गुरूवार को सामुदायिक उत्सव के रुप में सुपोषण दिवस का आयोजन किया। इन उत्सवों में धात्री माताओं और उनके पति, गर्भवती महिलाओं, स्थानीय स्वयं सहायता समूह, महिला मण्डल, समुदाय एवं पंचायती राज के प्रतिनिधियों के समक्ष एएनएम, आंगनबाड़ी कार्यकर्त्ता एवं आशा सहयोगिनियों द्वारा पौष्टिक आहार एवं स्वास्थ्यवर्धक भोजन के महत्व के सम्बन्ध में चर्चा की जाती है। मुख्य कार्यक्रम हीरानगर स्थित नंदघर में आयोजित किया गया। जिसमें पोषण माह के सम्बन्ध में चर्चा करते हुए सीडीपीओ संजय चेतानी ने बताया कि राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वे- 4, 2015-16 के अनुसार देश में 5 वर्ष से कम उम्र के सभी बच्चों में से एक तिहाई से अधिक बौनेपन के शिकार हैं।
हर पाँचवा बच्चा कम वजन तथा 50 प्रतिशत से अधिक बच्चे एनिमिया के शिकार हैं। विडंबना यह है कि वहीं दूसरी ओर देश अधिक पोषण की समस्या से भी जूझ रहा है। भारतीय वयस्कों का पाँचवा हिस्सा मोटापे की समस्या से पीड़ित है, जो उनमें डायबिटीज एवं ह्दय रोगों के जोखिम को बढ़ा रहा है। कुपोषण के सभी रुपों को समाप्त करने के लिए भारत सरकार ने मार्च 2018 से राष्ट्रीय पोषण मिशन की शुरुआत की है। पोषण मिशन के प्रतिनिधि अंशुल श्रीवास्तव ने लोगों को डिब्बा बन्द खाद्य पदार्थों, फास्ट फूड, सफेद जहर माने जाने वाले चीनी एवं नमक के कम से कम उपयोग पर बल देते हुए आहार में विविधता लाने, घर में बना ताजा तथा स्थानीय स्तर पर पैदा होने वाले खाद्य पदार्थों के उपयोग करने का आह्वान किया।नीमकाथाना में आंगनबाड़ी के 260 केन्द्रों पर सुपोषण दिवस मनाया
September 19, 2019