सेवानिवृति के बाद भी वन अधिकारी ने सहिष्णुता दिखाते हुए तारबंदी में फंसे पक्षी को अस्पताल पहॅुचाया
नीमकाथाना-उपखंड क्षेत्र में नयाबास गांव के पास खेत की तारबंदी में एक विचित्र पक्षी फंसा हुआ था। वहां से गुजर रहे राहगीर ने कांटेदार तारों में फंसे पक्षी को देखा तो उसे तत्काल वहां से निकालकर घायल अवस्था में राजकीय पशु चिकित्सालय में उपचार के लिए ले गया। जहां चिकित्सकों ने उपचार किया।
जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त वन अधिकारी शंभू सिंह शेखावत जयपुर से अपने पैतृक गांव बाघोली जा रहे थे इसी दौरान बीच रास्ते में नयाबास के पास एक खेत की तारबंदी में एक पक्षी फंसा हुआ था। जिसको घायल अवस्था में शेखावत ने अपनी वृद्व पत्नी को दूसरा वाहन से गांव पहॅुचाया।
उसके घायल पक्षी को अपनी गाड़ी से पशु चिकित्सालय भिजवाया वहां उपचार करवाकर वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर में छोड़ा गया। वन अधिकारी देवेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि यह विचित्र पक्षी की पुष्टि करने पर पता लगा कि यह पक्षी इंडियन ईंगल आउल हैं। राठौड़ ने बताया कि ऐसा विचित्र पक्षी उपखंड क्षेत्र में पहली बार दिखाई दिया है। तारबंदी में फंसे होने के कारण इसके पंखे घायल हो गए जिसका ईलाज जारी है। सेवानिवृति के बाद भी शेखावत का वन्य जीवों के प्रति प्रेम को देखते हुए उन्होने अपनी पत्नी को दूसरा वाहन मंगवाकर अपने गांव भिजवाकर सहिष्णुता दिखाते हुए वन्यजीव की जान बचाई।
जानकारी के अनुसार सेवानिवृत्त वन अधिकारी शंभू सिंह शेखावत जयपुर से अपने पैतृक गांव बाघोली जा रहे थे इसी दौरान बीच रास्ते में नयाबास के पास एक खेत की तारबंदी में एक पक्षी फंसा हुआ था। जिसको घायल अवस्था में शेखावत ने अपनी वृद्व पत्नी को दूसरा वाहन से गांव पहॅुचाया।
उसके घायल पक्षी को अपनी गाड़ी से पशु चिकित्सालय भिजवाया वहां उपचार करवाकर वन विभाग के रेस्क्यू सेंटर में छोड़ा गया। वन अधिकारी देवेंद्र सिंह राठौड़ ने बताया कि यह विचित्र पक्षी की पुष्टि करने पर पता लगा कि यह पक्षी इंडियन ईंगल आउल हैं। राठौड़ ने बताया कि ऐसा विचित्र पक्षी उपखंड क्षेत्र में पहली बार दिखाई दिया है। तारबंदी में फंसे होने के कारण इसके पंखे घायल हो गए जिसका ईलाज जारी है। सेवानिवृति के बाद भी शेखावत का वन्य जीवों के प्रति प्रेम को देखते हुए उन्होने अपनी पत्नी को दूसरा वाहन मंगवाकर अपने गांव भिजवाकर सहिष्णुता दिखाते हुए वन्यजीव की जान बचाई।