नीमकाथाना-राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने स्थापना दिवस पर विजयादशमी उत्सव मनाया। उत्सव में शारीरिक योग प्रदर्शन, बौद्धिक ओर पथ संचलन निकाला गया। पथ संचलन नीमकाथाना के सुभाष मंडी, कपिल मंडी, खेतड़ी मोड़, भूदोली रोड, मालनों का चोक, बंका रोड होते हुए निकला। संचलन के समय मार्ग पर आमजन ने पुष्प वर्षा की ओर भारत माता के जय घोष लगाए। संचलन के अग्रेसर गजेंद्र सिंह शेखावत थे। संचलन से पूर्व विद्यालय नम्बर 4 में कार्यक्रम का आयोजन किया गया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांवरमल अग्रवाल अगवाड़ी, कार्यक्रम में बौद्धिक भंवरदान विभाग संपर्क प्रमुख का रहा। भंवरदान ने अपने बौद्धिक में वर्तमान भारत व पूर्व भारत की तुलना कर बताया कि पहले भारत मे अन्न, धन्न की कमी नही थीं। विदेशी इतिहासकारों ने भारत को सोने की चिड़िया नाम दिया था। हम विदेशों में माल निर्यात करते थे व बदले में स्वर्ण लिया जाता था। शिक्षा के क्षेत्र में भारत विश्व मे अव्वल था, विदेशी शिक्षार्थी यहां आवासीय विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने आते थे। कार्यक्रम के मुख्य शिक्षक रघुवीर मीणा रहे। कार्यक्रम में अवतरण- चंदन ने ओर काव्य गीत- नवनीत ने गाया। कार्यक्रम में नरेश जिंदल, कमलेश, पंकज, नरेंद्र शेखावत, प्रमोद बाजोर, जेपी लोढा, महेंद्र गोयल, केदार केडिया, रतन राज जाखड़, अशोक जोधपुरी, इंद्राज सैनी सहित सैकड़ों स्वंय सेवकों ने हिस्सा लिया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि सांवरमल अग्रवाल अगवाड़ी, कार्यक्रम में बौद्धिक भंवरदान विभाग संपर्क प्रमुख का रहा। भंवरदान ने अपने बौद्धिक में वर्तमान भारत व पूर्व भारत की तुलना कर बताया कि पहले भारत मे अन्न, धन्न की कमी नही थीं। विदेशी इतिहासकारों ने भारत को सोने की चिड़िया नाम दिया था। हम विदेशों में माल निर्यात करते थे व बदले में स्वर्ण लिया जाता था। शिक्षा के क्षेत्र में भारत विश्व मे अव्वल था, विदेशी शिक्षार्थी यहां आवासीय विद्यालयों में शिक्षा ग्रहण करने आते थे। कार्यक्रम के मुख्य शिक्षक रघुवीर मीणा रहे। कार्यक्रम में अवतरण- चंदन ने ओर काव्य गीत- नवनीत ने गाया। कार्यक्रम में नरेश जिंदल, कमलेश, पंकज, नरेंद्र शेखावत, प्रमोद बाजोर, जेपी लोढा, महेंद्र गोयल, केदार केडिया, रतन राज जाखड़, अशोक जोधपुरी, इंद्राज सैनी सहित सैकड़ों स्वंय सेवकों ने हिस्सा लिया।