नीमकाथाना@निकटवर्ती ग्राम पंचायत हसामपुर में पैंथर ने तीन लोगों को घायल कर दिया था तथा मनषा माता मंदिर के पास स्थित खंडर मकानों में जाकर छुप गया था जंहा अत्यधिक बिलायती बबूल के पेड़ होने से वह अपने आप में सुरक्षित होगया था। मौके पर पाटन वन अधिकारी नरेंद्र सैनी एवं उनकी टीम ने पहले सर्च ऑपरेशन किया परन्तु जब उनको कामयाबी नहीं मिली तो उन्होंने नीमकाथाना रेंज से भी टीम को बुलवाया।
जयपुर से रेस्क्यू टीम भी आगयी थी परंतु रात हो जाने के कारण ट्रेेकुलाईजर ऑपरेशन नहीं हो पाया। वंही पैंथर रात में अंधेरे का फायदा उठाते हुए जंगल की तरफ भाग गया। वन अधिकारी नरेंद्र सैनी ने बताया कि सुबह जब रेस्क्यू टीम के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो पैंथर उस स्थान पर नहीं मिला। जिस कारण जयपुर से आई हुई टीम भी वापस चली गई है। पैंथर के जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। इस दौरान पैंथर को देखने के लिए मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी
जयपुर से रेस्क्यू टीम भी आगयी थी परंतु रात हो जाने के कारण ट्रेेकुलाईजर ऑपरेशन नहीं हो पाया। वंही पैंथर रात में अंधेरे का फायदा उठाते हुए जंगल की तरफ भाग गया। वन अधिकारी नरेंद्र सैनी ने बताया कि सुबह जब रेस्क्यू टीम के साथ सर्च ऑपरेशन चलाया गया तो पैंथर उस स्थान पर नहीं मिला। जिस कारण जयपुर से आई हुई टीम भी वापस चली गई है। पैंथर के जाने के बाद लोगों ने राहत की सांस ली। इस दौरान पैंथर को देखने के लिए मौके पर भारी भीड़ जमा हो गई थी