नीमकाथाना। ग्रामवासी पानी की समस्या को लेकर दर दर फरीयाद कर रहे हैं लेकिन सुनवाई करने वाले ने तो जनप्रतिनिधि हैं और न ही प्रशासन और ना ही संबंधित विभाग, गांव के वार्ड नंबर 15 व 16 में करीब 20 वर्षों से आज तक पाइप लाइन भी नहीं आ पाई है और गत चुनाव में वोट के खातिर किए हुए वादे भी इन गांव वालों की पानी की प्यास नहीं बुझा पाए हैं। यहां के लोग 300 ₹400 देकर पानी का टैंकर मंगाकर अपना जीवन यापन बहुत ही विकट परिस्थिति में रहकर कर रहे हैं जो एक शर्मनाक बात है। जी हां हम बात कर रहे हैं ग्राम पंचायत सिरोही की जो नीमकाथाना से मात्र करीब 6 किलोमीटर दूर है। देखने में तो गांव बहुत बड़ा है मुख्य सड़क मार्ग पर स्थित है लेकिन पानी, रोड, नालियां, सड़क आदि की समस्या से अनेक ग्रामवासी वंचित है अभी तक उनको मूलभूत सुविधाएं नहीं मिल पा रही है जिस तरफ देखो उस तरफ नालिया कीचड़ से भरी हुई मुख्य स्टैंड गंदे पानी से भरा हुआ नजर आता है लेकिन आम जनता की सुनने वाला कोई नहीं और दूसरी ओर गांव की अल्ट्राटेक सीमेंट की ओर जाने वाली रोड पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो चुकी है। जगह-जगह बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं जिससे आमजन और राहगीर अपने वाहन से आने जाने में काफी परेशानी का सामना करते हैं। लेकिन इस रोड को अभी तक स्थानीय जनप्रतिनिधि और प्रशासन सही नहीं कर पाया है। पानी निकासी के लिए बनाए गए नाले भी अब वर्तमान में गंदे पानी से भरे पड़े हैं और नाली निकासी की समस्या सबसे प्रमुख भी है। गांव में हैंडपंप भी खराब है लेकिन वर्तमान सरपंच इस ओर ध्यान नहीं दे रहे।
यहां सरपंच द्वारा किए गए वायदे नहीं हुए पूरे, वार्डवासी पीने के पानी से है वंचित
गांव के वार्ड संख्या 15 व 16 फकीरों के मोहल्ले की बुजुर्ग महिला उमेद देवी ने बताया कि हम 20 सालों से पानी की समस्या से दुखी है और हम पानी के लिए इधर-उधर भटकते हैं और मजबूरी में हम कई सालों से रुपए देखकर पानी के टैंकर डलवा रहे हैं लेकिन हमारी सुनने वाला भी कोई नेता नहीं आते हैं वोट लेकर चले जाते हैं। पिछले सरपंच के चुनाव में भी वोट लेकर वादा किया गया कि पानी की समस्या दूर करेंगे लेकिन अभी तक वर्तमान सरपंच भी इस ओर ध्यान देना उचित नहीं समझे। वहीं ग्रामीणों ने यह भी बताया कि चारों तरफ और मुख्य बस स्टैंड पर रोड की हालत काफी खराब है। जगह-जगह गंदा पानी भरा पड़ा है जिससे आमजन को आने जाने में काफी परेशानी होती है और इस गंदे पानी में मच्छरों का प्रकोप भी ज्यादा हो रहा है जिससे लोग कोरोना संक्रमण काल में बीमार हो सकते हैं