नीमकाथाना। संभागीय आयुक्त के निर्देशानुसार क्षेत्र के आंगनबाड़ी केन्द्रों पर एक सघन जाँच अभियान चलाया गया। इस अभियान का उद्देश्य राज्य सरकार की योजनाओं की जमीनी स्तर पर कुशलतापूर्वक क्रियान्विति, आम जनता को गुणवत्तापूर्ण सेवाऐं उपलब्ध करवाने के साथ विभिन्न कार्यालयों व उसमें सुधार लाकर संवेदनशील, पारदर्शी व उत्तरदायी प्रशासन के माध्यम से जन समुदाय को राहत पहुँचाना था।
इस अभियान के दौरान परियोजना में कार्यरत सीडीपीओ, सभी महिला पर्यवेक्षकों और शाला पूर्व शिक्षकों ने कुल 41 आंगनबाड़ी केन्द्रों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान आंगनबाड़ी केन्द्र चला-सी बंद पाया गया, वहीं आंगनबाड़ी केन्द्र मावण्डा आर. एस. से कार्यकर्ता अंजू, पाटन ए से सहायिका विमला, पाटन सी से आशा सहयोगिनी आशा जाँगिड़ बिना सूचना अनुपस्थित मिली, जिन्हें कारण बताओ नोटिस जारी कर मानदेय सेवा से पृथक करने की कार्यवाही प्रारम्भ की गई है।
अजमेरी ए व बी केन्द्रों पर रिकाॅर्ड कार्यकर्ता के घर पर होने का मामला सामने आया, दोनों ही कार्यकत्ताओं को नोटिस देकर जवाब माँगा गया है। अधिकाँश केन्द्रों पर केन्द्र खुलने व बन्द होने का समय पम्पलेट पर चस्पा पाया गया, जिसे पक्के पेन्ट से लिखवाने के निर्देश दिये गये। ज्यादातर केन्द्रों पर दिसम्बर माह का पूरक पोषाहार नहीं पहुँचने के कारण लाभार्थियों को वितरित नहीं किया जा सका है। रिकाॅर्ड संधारण से सम्बंधित कमियों को मौके पर ही दुरस्त करने पर बल दिया गया।