नीमकाथाना/ब्यूरो चीफ मनीष टांक।
बालविकास परियोजना द्वारा स्थानीय सीताराम मोदी संस्कृत महाविद्यालय में नीमकाथाना एवं पाटन ब्लाॅक की सभी ग्राम पंचायतों की ग्राम साथिनों के लिए “किशोरियों के लिए योजना” के तहत एक प्रशिक्षण कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एवं प्रशिक्षक के रूप में यूएनएफपीए की सदस्या ज्योति महरावर उपस्थित रहीं।
किशोरियों के लिए योजना पर चर्चा करते हुए उन्होनें बताया कि यह योजना 11 से 14 वर्ष तक की उन किशोरी बालिकाओं के लिए है, जो विद्यालय नहीं गई हैं या वे बालिकाऐं जिन्होनें विद्यालय में पंजीकरण तो करवाया लेकिन वे किसी कारणवश विद्यालय नहीं जा सकी हैं।
इस योजना के तहत किशोरी बालिकाओं को उन सभी सार्वजनिक सेवाओं की जानकारी दी जाएगी जिसके लिए वे पात्र हैं। जिससे वे उन योजनाओं का लाभ उठाकर लाभान्वित हो सकें। इस योजना में किशोरी बालिकाओं को विद्यालय से जोड़ा जाएगा जिससे किशोरी बालिकाओं के शैक्षणिक स्तर में सुधार होगा साथ ही साथ उनके स्वास्थ्य एवं पोषण स्तर में भी सुधार करने का प्रयास किया जाएगा।
किशोरियों के लिए योजना पर सीडीपीओ संजय चेतानी ने कहा आज ज्यादातर लडकियाँ स्कूल जाने लगी है। अपनी पढाई पूरी कर रही हैं, देश-विदेश में महिलाओं ने लैंगिक और प्रजनन स्वास्थ्य अधिकारों से लेकर समान वेतन तक के मुद्दों पर अनेक आंदोलनों का नेतृत्व किया है। लडकियाँ यह साबित कर रही हैं कि उन्हें अब कोई रोक नहीं सकता। लेकिन आज भी कुछ क्षेत्रों में किशोरी बालिकाओं को शिक्षा के समान अवसर प्राप्त नहीं हो पा रहे हैं। लेकिन किशोरियों के लिए योजना के तहत अब सभी किशोरी बालिकाओं को विद्यालय से जोड़कर, उनके स्वास्थ्य एवं पोषण के सतर में सुधार कर उन्हें लड़कों के समान हर क्षेत्र में समान अवसर प्रदान करने का प्रयास किया जा रहा है।
इस अवसर पर सुपरवाइजर ताराचन्द जान्दु, सुनीता चोधरी एवं राष्ट्रीय पोषण अभियान से ब्लाॅक काॅर्डिनेटर अंशुल श्रीवास्तव उपस्थित रहे।