नीमकाथाना। देश की रक्षा के लिये जान देने का जज्बा हर किसी में होता है पर सेना में जाने के लिये जो जो जरूरी मानदण्ड होते हैं उसे पूरा करने में कईयों की छंटनी हो जाती है। पर बड़ी तादाद में ऐसे दलाल घूम रहे हैं जो ऐसे युवकों को अपना शिकार आसानी से बनाते हैं और उनसे सेना में भर्ती के नाम पर मोटी रकम वसूल करते हैं। ऐसी ही दलाली का खुलासा नीमकाथाना में सामने आया है। पुलिस के पास पहुंचे दलालों के शिकार बने युवकों ने पुलिस को पूरी बात बताई कि वह दलाल के चंगुल में कैसे फंसे और उसने किस तरह से उन्हें लूटा।
दरअसल गोड़ावास निवासी लीलाराम, शेरसिंह व उनके दोस्त सेना में नौकरी कर देश की रक्षा करने के साथ ही अपना कैरियर संवारना चाहते थे। वह सेना भर्ती के लिये काफी प्रयास भी करते थे। इसी दौरान उनकी मुलाकात रोलाणों का बास, दलेलपुरा के विजेन्द्र सिंह व दिलीप सिंह नामक युवकों से हुई। दोनों ने मिलकर लीलाराम, शेरसिंह सहित अन्य युवकों को सेना में भर्ती को लेकर पहले तो कई ऐसी बातें बतायीं, जिससे सभी दलालों के झांसे में आ गए। इसके बाद दलालों नें युवकों को विश्वास दिलाया कि वह उन्हें सेना में भर्ती करवा सकता है। इस मामले में उसकी सेटिंग सेना में उंचे स्तर पर है।
युवक दलालों के विश्वास में आ गए और उसी के कहे अनुसार तैयारियां करने लगे। इसी बीच दलालों ने बताया कि वह उन्हें बिना दौड़ निकाले भी सेना भर्ती में पास करा सकता है। फिर क्या था, सभी युवक उसके चंगुल में और फंसते चले गए। दलालों ने प्रत्येक युवक को सेना में भर्ती करवानें के एवज में प्रत्येक युवक से आठ लाख सत्तर हजार रूपये हड़प लिए। दलालों ने फर्जी सेना भर्ती नियुक्ति पत्र भी युवकों को थमा दिए। काफी महीनों बाद भी सेना की ओर से कोई जवाब नहीं आया तो युवकों को यह समझते देर नहीं लगी कि उनके साथ धोखा किया गया है। इसके बाद रुपये डूबते देख युवाओं ने इसकी शिकायत पुलिस से की।
पुलिस की मानें तो उसे भी सेना भर्ती रैली में कुछ भ्रष्टाचार की शिकायत मिल रही थी। एक अभ्यर्थि ने तो इस मामले की लिखित शिकायत की। मामले को गंभीरता से लेते हुए पुलिस ने तत्काल इस आशय का मुकदमा दर्ज किया। पुलिस ने आरोपियों के खिलाफ धारा 420, 467, 468, 471 व 120 बी में दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।