नीमकाथाना/ब्यूरो चीफ मनीष टांक। ब्लाॅक की आशा सहयोगिनीयों ने कार्यालय में उपस्थित होकर सीडीपीओ संजय चेतानी को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में अवगत करवाते हुए वल्लभदासपुरा की आशा सहयोगिनी उषा कँवर ने बताया कि प्रदेश की बासठ हजार आशा सहयोगिनियाँ राजस्थान में अत्यन्त न्यून मानदेय पर दो-दो विभागों महिला एवं बाल विकास विभाग व चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग की जमीनी स्तर पर सबसे अधिक सेवा करती हैं। प्रदेश में टीकाकरण से लेकर वैश्विक महामारी कोरोना, पोलियों उन्मूलन अभियान से लेकर जमीनी स्तर पर प्रत्येक योजना को लागू करने में आशा सहयोगिनियों का महत्वपूर्ण योगदान रहता है। अनेक आशा सहयोगिनियाँ कोरोना काल में घर-घर सर्वे आदि की ड्यूटी करते हुए काल के गाल में समा गईं।
ज्ञापन में मांग की है कि स्थाई राजकीय कर्मचारी का दर्जा दिया जाए। जब तक हमारा स्थाईकरण आदेश जारी नहीं होते तब तक हमारा मानदेय न्यूनतम 18000 रूपये किया जावे। आशा सहयोगिनियों से एएनएम पदों पर भर्ती हेतु कोटा बढ़ाकर 50 प्रतिशत किया जावे।
आशा सहयोगिनियों की समझाइस करते हुए सीडीपीओ संजय चेतानी ने कहा कि आपकी माँग सरकार तक पहुँचा दी जाएगी। सरकार आपकी माँगों पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर रही है। वर्तमान कोरोना काल में कठिन परिस्थितियाँ बनी हुई हैं। अतः समुदाय के प्रति अपने दायित्वों का निर्वहन करते रहें।