नीमकाथाना। संयुक्त किसान मोर्चा के राष्ट्रीय आव्हान पर नीमकाथाना रेलवे स्टेशन पर पटरियों पर बैठकर रेल रोको चक्का जाम करके कृषि के तीनों काले कानूनों का विरोध किया।
अखिल भारतीय किसान सभा के तहसील अध्यक्ष रोशन गुर्जर ने कहा कि इस मोदी सरकार ने किसान, नौजवानों के साथ वादा खिलाफी करके अच्छा नहीं किया है। जहा नौजवानों को रोजगार देना था। रेलवे सहित तमाम विभागों को निजीकरण में बदल दिया ओर कृषि के काले कानून लागू करके किसानों की खेती को पूंजीपतियों के हाथों में देने का काम किया है आज किसान नौजवान एक होकर अपने हक अधिकार के लिए संघर्ष करके इन तीनों कानूनों को वापस करने के लिए सरकार को मजबूर करेंगे।
पूर्व सरपंच गोपाल सैनी ने 23 फरवरी को नीमकाथाना के किसानो से 10 बजे चला टोल पर किसान धरने पर इक्कठे होकर एक साथ सीकर किसान महापंचायत में चलने का आह्वान किया। प्रदर्शन में का.रामावतार लांबा, का. ओमप्रकाश गुहाला, का. मदन काजला, आशीष लील, का. रामनारायण चौधरी, मालीराम नेहरा, जेपी वर्मा, गोवर्धन तेतरवाल, दीपचंद नेहरा, बनवारी लाल वर्मा, सीटू अध्यक्ष विनय प्रकाश सैनी, प्रभु दयाल महरानिया, सावरमल वर्मा, अनिल वर्मा, का. सतीश इंसा, रघुवीर काजला, प्रहलाद महरिया, महेंद्र बॉरख, ग्यारसी लाल सैनी खदरा, आदि किसान मोजूद रहे।