पाटन। कांग्रेस सरकार में किसान कितने दुःखी हैं यह बताया डाबला गांव के किसान मोहर चन्द स्वामी ने। उन्होंने अपनी व्यथा व्यक्त करते हुए बताया कि 30 दिसम्बर 2020 को बूंद बूंद कनेक्शन के लिए पाटन सहायक अभियंता के कार्यालय में फाइल जमा करवाई। 10 फरवरी 2021 को डिमांड राशि 102200 ( एक लाख दो हजार दो सौ रुपए) रुपए भी जमा करवा दिए किन्तु विभाग द्वारा अभी तक भी कनेक्शन नहीं दिया गया है। मोहर चन्द जी ने बताया कि मैं खेत में बोर, पोल वह तारबंदी कुल मिलाकर लगभग पांच लाख रुपए किसी से दो रुपए सैकड़ा पर उठाकर खर्च कर चुका है जिसका मासिक ब्याज दस हजार बनता है।
फ़ाइल लगाते वक्त पाटन सहायक अभियंता ने बताया था कि दो माह के अन्दर कनेक्शन दे दिया जाएगा किन्तु चौथा माह बीत रहा है किन्तु सहायक अभियंता से संपर्क करने पर जवाब मिलता है कि सामान उपलब्ध नहीं है।
कांग्रेस की कथनी और करनी में कितना अन्तर है।अशोक गहलोत किसान आंदोलन के समर्थन में केन्द्र सरकार को गरियाते रहते हैं किन्तु इनके राज्य में किसानों को ये स्वयं दुखी करते हैं। किसानों का कर्ज माफ नहीं किया, बूंद बूंद के नाम पर भारी भरकम राशि वसूल कर भी समय पर कनेक्शन नहीं दिया जाता और तो और कोरोना काल में भी किसानों के बिजली बिल में बेतहाशा वृद्धि करके किसानों को परेशान करने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
किसान ही नहीं समस्त जनता कांग्रेस राज से त्रस्त है ।
मोहनलाल स्वामी सहायक अभियंता विद्युत वितरण निगम लिमिटेड पाटन के अनुसार --सहायक अभियंता मोहनलाल स्वामी ने बताया कि डाबला निवासी मोहर चंद्र स्वामी ने बूंद बूंद कृषि कनेक्शन के लिए आवेदन किया था तथा डिमांड नोटिस भी जमा करवा दिया है परंतु अभी हमारे पास सामान उपलब्ध नहीं होने से उनका कनेक्शन जारी नहीं हुआ। सामान आते ही उनका कनेक्शन जारी कर दिया जाएगा। मोहर चंद पटवारी अनर्गल टिप्पणी करते हैं जो नियम विरुद्ध है सामान आने के बाद ही कनेक्शन जारी होता है उससे पहले चाहे कोई भी उपभोक्ता हो विभाग पर टीका टिप्पणी करना उसका कार्य होता है।