रिपोर्ट- मनीष टांक
तब ढाणी के युवाओं ने इतने बड़े रास्ते निर्माण के असम्भव से लगने वाले कार्य को स्वप्रेरणा से मिलकर पूरा करने की ठानी। सभी ने मिलकर चार दिन में तीन किलोमीटर रास्ते का निर्माण कर समाज के सामने नई मिसाल पेश की है। लम्बे चौड़े रास्ते को देख छोटे छोटे बच्चों के चेहरे पर मुस्कान आ गई, अब उनकी स्कूल बस भी ढाणी में आ सकेगी।
गौरतलब है कि पिछले साल 20 अगस्त 2020 को विधायक सुरेश मोदी ने रास्ते की समस्या को संज्ञान में लेते हुए त्वरित रूप से संबंधित अधिकारी से फोन पर वार्तालाप कर सड़क का एस्टीमेट बनवाने की बात कर ढाणीवासियों को जल्द ही रास्ते समस्या से निजात दिलवाने का आश्वासन दिया था, लेकिन धरातल स्तर पर कुछ ना हो सका।
ढाणीवासियो का कहना है कि इसी तरह क्षेत्रीय नेता भी चुनावी वादों में सड़क और पानी की समस्या को दूर करने की घोषणा करते है, और फिर कभी ढाणी की सुध नहीं लेते। आने वाले ग्रामपंचायत व विधानसभा चुनावों में केवल वोट की राजनीति करने आने वाले नेताओं का बहिष्कार किया जाता है।