स्पेशल स्टोरी मनीष टांक
नीमकाथाना। कोरोना संक्रमण अपने चरम पर है। ऐसे में कोरोना मरीजों के लिए संजीवनी बनी ऑक्सीजन की सप्लाई के लिए दिन रात काम चल रहा है। ऑक्सीजन प्लांट पर कर्मचारी बिना थके काम कर रहे हैं, जिससे दूसरे के जीवन को बचाया जा सके।
ऑक्सीजन के अभाव में किसी की जान न जाए. अपने कर्तव्यों का पालन करते हुए ये कर्मचारी सोना भी उचित नहीं समझ रहे. हम बात कर रहे है भरतपुर निवासी शेर सिंह सैनी की, जो नीमकाथाना औद्योगिक क्षेत्र स्थित ऑक्सीजन प्लांट पर रिफिलिंग का काम कर रहा है।
शहर में बढ़ती ऑक्सीजन किल्लत को देखते हुए उपखंड प्रशासन ने इस प्लांट को अपने अधीन कर लिया, जो करीब एक महीने से प्रशासन की देखरेख में चल रहा है। वहीं रिफिलिंग कार्य में जुटे कामगारों का जज्बा भी काफी सराहनीय है. दिन रात काम कर रहे मजदूरों के द्वारा रोजाना तकरीबन 500 से 700 तक ऑक्सीजन सिलेंडर की रिफिलिंग की जा रही है।
प्लांट में कार्यरत शेर सिंह सैनी का कहना है कि लोगों की जान बचाना हमारी प्राथमिकता है ऐसे में काम के घंटे मायने नहीं रखते. दरअसल जिले में कोरोना के दूसरे दौर के संक्रमण के बाद एकाएक संक्रमित मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि होने लगी थी. इतना ही नहीं जब मरीजों को इलाज के लिए अस्पतालों में भर्ती कराया गया तो अस्पतालों में ऑक्सीजन गैस की उपलब्धता पर भी प्रभाव पड़ा और मेडिकल ऑक्सीजन की कमी सामने आने लगी. मेडिकल ऑक्सीजन की कमी होने के बाद उपखंड प्रशासन द्वारा बीते एक माह पूर्व इस प्लांट को अधीन कर लिया. जिससे मेडिकल ऑक्सीजन की कमी को पूरा कर लिया गया है।
प्लांट से अन्य जिलों तक हो रही है सप्लाई
वहीं नीमकाथाना के अलावा सीकर, चूरू, झुंझुनू, लक्ष्मणगढ़, फतेहपुर, जाजोद रिंगस सहित आसपास इलाकों में भी ऑक्सीजन की आपूर्ति की जा रही है।
पालिका प्रशासन पर है देखरेख का जिम्मा
प्लांट की देखरेख का जिम्मा स्थानीय पालिका प्रशासन द्वारा की जा रहा है। जिसमें तीन प्रभारियों को नियुक्त किया गया है। जिसमें गोपाल सिंह शेखावत, सोहनलाल, राजेंद्र प्रसाद जिनको तीन तीन कर्मचारी दिए गए है। जो तीन शिफ्ट में आठ आठ घंटे अपनी सेवाएं दे रहे हैं। वहीं सुरक्षा को ध्यान रखते हुए एक हैड कांस्टेबल के साथ चार आरएससी जवान तैनात है। प्लांट पर बाहर से आने वाली गाड़ियों को सैनिटाइजर किया जाता है उसके बाद ही सलेंडर रिफिलिंग का कार्य किया जाता है।
प्लांट पर सभी कर्मी सुरक्षित
रिफिलिंग करने वाले सैनी का कहना है कि इस खतरनाक लहर में रिफिलिंग के लिए सलेंडर कोविड सेंटर से आ रहे है उसके बावजूद हमारे सभी लोग एकदम सुरक्षित है।
भिवाड़ी व दिल्ली से हो रही आपूर्ति
ऑक्सीजन आपूर्ति के लिए लिक्विड भिवाड़ी से टैंकर आता है हमारे प्लांट पर करीब 21 टन ऑक्सीजन टैंकर है जिसमें प्रतिदिन पांच टन माल की खपत हो रही है यहां करीब 40 कलेक्शन है जो 50 मिनट में 40 सलेंडरों की एक साथ रिफिलिंग हो जाती है।