नीमकाथाना न्यूज टीम।
गहलोत सरकार एक बार फिर सियासी घेरे में। जहां एक तरफ पायलट खेमे के विधायकों में नाराजगी के बाद दूसरी तरफ बसपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामने वाले विधायकों ने भी मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों में हो रही देरी पर नाराजगी जताई। उदयपुरवाटी विधायक राजेंद्र सिंह गुढ़ा, लाखन मीणा और संदीप यादव ने जल्द मंत्रिमंडल विस्तार करके बसपा से कांग्रेस में आए विधायकों को शामिल करने की मांग उठाई है।
पूर्व मंत्री और उदयपुरवाटी से विधायक गुढ़ा ने बताया कि पिछले साल कांग्रेस के 19 विधायक और तीन निर्दलीय जा चुके थे। कामरेडों का भी स्टैंड क्लियर नहीं था। हम बसपा से कांग्रेस का दामन थामने वाले 6 विधायक और 10 निर्दलीय नहीं होते तो अब तक तो सरकार की पहली पुण्यतिथि मन चुकी होती।
गुढ़ा ने कहा कि हम तीन बार प्रभारी अजय माकन से मिल चुके हैं, एक दो महीने में मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों हो जाने का आश्वासन के अलावा कुछ नहीं किया जा रहा।
संदीप यादव बोले- अब जल्द मंत्रिमंडल विस्तार-राजनीतिक नियुक्तियां हों
बसपा से कांग्रेस में आए विधायक संदीप यादव ने मीडिया से बातचीत में कहा कि पिछले कार्यकाल में मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सरकार का समर्थन करने वालों को सरकार में शामिल किया था, इस बार भी उम्मीद है। सरकार को ढाई साल हो गए हैं। अब मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियों का काम जल्द होना चाहिए। आज मुख्यमंत्री से बात हुई है। सीएम ने वर्चुअल बात करने को कहा है।
विधायक आज शाम करेंगे रणनीतिक बैठक
बसपा छोड़ कांग्रेस का दामन थामने वाले छह में से पांच विधायक शाम को रणनीतिक बैठक करेंगे। एक विधायक वाजिब अली अभी विदेश में हैं जो वर्चुअल माध्यम से जुड़ेंगे। शाम की बैठक में दीपचंद खैरिया, लाखन मीणा, राजेंद्र सिंह गुढ़ा, संदीप यादव, जोगिन्दर सिंह अवाना मौजूद रहेंगे। बैठक में सभी विधायक मंत्रिमंडल में हिस्सेदारी और राजनीतिक नियुक्तियों पर चर्चा करेंगे।