स्थानीय गोताखोर हुए फैल, रेवाड़ी और जयपुर से बुलाई गई रेस्क्यू टीम
जानकारी के मुताबिक पानी की गहराई ज्यादा होने के कारण से स्थानीय गोताखोर युवक को ढूंढने में असफल रहे। इसके बाद गणेश्वर ग्राम से गोताखोर बुलाए गए लेकिन शाम तक चले इस ऑपरेशन में वह भी असफल रहे। इसके बाद वहां मौजूद उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार गुप्ता ,डिप्टी गिरधारी लाल शर्मा सहित अनेक प्रशासनिक अधिकारी ने मामले की गंभीरता को जानते हुए हरियाणा के रेवाड़ी और जयपुर से एक्सपर्ट गोताखोरों की टीम बुलाई गई।
अंधेरा होने के कारण रेस्क्यू टीम भी रही असफल
घटना स्थल पर शाम को अंधेरा होने तक इस टीम के द्वारा भी युवक को निकालने में असफल रहे इसके बाद टीम के प्रयास जारी रहा क्या तो देर रात तक युवक को निकाला जा सकेगा या फिर सुबह होने तक इंतजार किया जाएगा और इस अभियान को और तेज किया।
सुबह तक शव निकालने की संभावना
सुबह तक युवक को खदान में भरे पानी के अंदर से निकालने की संभावना जताई जा रही है। इस दौरान गांव के सैकड़ों लोगों की उपस्थिति वहां पर रही और सभी ने प्रशासन का सहयोग किया और गोताखोरों की रेस्क्यू टीम एवं प्रशासन प्रशासन की टीम मामले पर लगातार नजर बना रही है। प्रशासन शव को निकालने के एस.टी.आर.एफ. टीम को बुलवाया गया है जिसके आने के बाद ही शव निकालने का प्रयास किया जाऐगा।
प्रशासनिक अमला है मौके पर मौजूद
इस दौरान एसडीएम बृजेश गुप्ता, तहसीलदार सतवीर यादव, नायब तहसीलदार धमेन्द्र स्वामी डिप्टी गिरधारीलाल शर्मा, पाटन थानाधिकारी ब्रजेश कुमार तंवर सहित पुलिस जाब्ता मौके पर मौजूद है।
क्षेत्र में तय सीमा से अधिक गहराई तक खोद देते है खदान, निकल जाता है धरातल से पानी
गौरतलब है की क्षेत्र में खनन माफियों द्वारा तय सीमा से अतिरिक्त खोद देते है जिससे सरकार के राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है। ये खानों को इतना गहराई तक खोद देते है की धरातल से पानी तक बाहर निकल जाता है। स्थानीय ग्रामीणों ने प्रशासन को कई बार शिकायतें दर्ज करवाई गई लेकिन ऊंची रसूख के चलते इनपर आजतक कोई कार्यवाही नहीं होती जिससे इनके हौसले बुलंद होते रहते हैं जिससे आए दिन ऐसी घटना घटित होती रहती है लेकिन प्रशासन को इन घटनाओं से कोई फर्क नहीं पड़ता।