नीमकाथाना। कस्बे के शाहपुरा रोड़ पर विगत दिनो पूर्व सैनिको के लिए बनी कैंटीन में कोतवाली पुलिस थाने के कर्मीयो द्वारा मारपीट व मुकदमा दर्ज करने पर सोमवार को पुलिस प्रशासन के खिलाफ कार्यवाही करने को लेकर उपखण्ड अधिकारी बृजेश गुप्ता को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दियां। ज्ञापन में अवगत कराया कि ढाणी भोपालपुरा गुहाला का भूतपूर्व सैनिक श्रवण कुमार विगत 18 जून 2021 को सुबह 11 बजे चिंकारा कैंटीन में सामान खरीदने गया था। श्रवण कुमार कैश काउण्टर पर बिल कटवाने का नम्बर आया तो कोतवाली पुलिस थाने में कार्यरत कानि. रोहिताश व कानि. प्रदीप व कैन्टीन प्रबन्धक रतन सिंह के द्वारा भूतपूर्व सैनिक के साथ धक्का मुक्की कर मारपीटर कर दुर्व्यहार किया। तथा पुलिस कर्मीयो ने अपने पद का दुरूपयोग करते हुए पुलिस को बुलाकर फौजी श्रवण के खिलाफ झूठा मुकदमा दर्ज किया तथा थाने में बन्द कर दिया। भूतपूर्व सैनिक श्रवण के द्वारा पुलिसकर्मीयो के खिलाफ कार्यवाही को लेकर पुलिस थानाधिकारी को रिपोर्ट दी लेकिन पुलिस प्रशासन ने आज तक रिपोर्ट दर्ज नहीं की। कोतवाली पुलिस थाना द्वारा सैनिक की रिपोर्ट दर्ज नहीं करने पर भूतर्पूव सैनिको में भारी रोष है। भूतपूर्व सैनिको ने मुख्यमंत्री से उक्त प्रकरण में संज्ञान लेकर सैनिक श्रवण कुमार के विरूद्ध मारपीट करने वाले पुलिसकर्मीयो के खिलाफ कार्यवाही कर निलंबित करने की मांग की। इस दौरान भूतपूर्व सैनिक कैप्टन बहादुर सिंह, ओम प्रकाश जाखड़, धर्मेंद्र नेहरा, सूबेदार रोहताश ताखर, अजय कुमार, सुभाष, महावीर, दिलीप सिंह सहित अनेक फौजी उपस्थित रहे।
कैंटीन में शराब की होती है कालाबाजारी
सरहद पर देश की सुरक्षा करने वाले सैनिको एंव परिजनो के लिए शहर में सस्ती दरो पर सामान उपलब्ध करवाने के लिए बनी चिंकारा कैटीन में शराब व ग्रोसरी सामान की कालाबाजारी करने का मामला सामने आया है। सोमवार को भूतपूर्व सैनिक के साथ मारपीट करने वाले पुलिसकर्मीयो के खिलाफ उपखण्ड अधिकारी को ज्ञापन देने आये भूतपूर्व सैनिको ने उपखण्ड अधिकारी को कैटीन प्रबन्धक व कर्मचारीयो की मिलीभग से कैटीन में शराब व ग्रोसरी सामान की कालाबाजारी करने की जानकारी दी। भूतपूर्व सैनिको ने बताया कि कैटीन प्रबन्धक रतन सिंह के द्वारा भूतपूर्व सैनिको को सामान पूरा नहीं दिया जा रहा है। कैटीन में किसी फौजी को 10 शराब की बोतल की अनुमति है तो केटीन प्रबन्धक रतन सिंह 8 बोतल ही देता है। और माल नही होने की बात कहकर भूतपूर्व सैनिको को मिलने वाले सामान की कालाबारी की जाती है। कैटीन कर्मचारीयों द्वारा तेल, साबुन आदि सामान की काजाबाजारी कर स्थानीय व्यापारीयो को दे दिय जाता है। पूर्व सैनिको ने कैटीन में हो रही कालाबाजारी की जाचं सीबीआई या आर्मी इेटेलीजन्स की करवाने की बात कही। भूतपूर्व सैनिको ने कैटीन प्रबन्धक के खिलाफ कार्यवाही को लेकर कार्यवाही को लेकर आर्मी उच्च अधिकारीयो को शिकायत भेजी।