नीमकाथाना। ब्लाॅक में विभिन्न स्थानों पर आंगनबाडी कार्मिकों को कोरोना माहमारी की सम्भावित तीसरी लहर से नियन्त्रण, रोकथाम, अनुकूल व्यवहार एवं जन समुदाय में जागृति हेतु ट्रेनिंग दी गयी।
मुख्य प्रशिक्षक सी.डी.पी.ओ. संजय चेतानी ने भूदोली, गणेश्वर व नीमकाथाना में अलग-अलग बैच में आंगनबाडी कार्मिकों को प्रशिक्षण प्रदान किया। इस अवसर पर चेतानी ने बताया कि कोरोना से मुकाबला करने के लिए सामूहिक कार्यवाही और सहयोग की आवश्यकता है। सरकार अपने स्तर पर बचाव और उपचार के हर सम्भव प्रयास कर रही है। किन्तु व्यक्तिगत और सामुदायिक प्रयासों के बिना इस महामारी के विरूद्व लडाई में सफलता पाना सम्भव नहीं है।
इस वैश्विक बीमारी से लडने में कोविड अनुकूल व्यवहार की पालना ही सबसे सक्षम उपाय हैै। इसके लिए आपस में कम से कम दो गज की दूरी बनाये रखना, हर समय फेस मास्क पहने रहना, ठोडी या गले में लटकता हुआ मास्क व्यक्ति को झूठी संतुष्टी दे सकता है। परन्तु कोरोना के जानलेवा संक्रमण से नहीं बचा सकता।
अपने हाथों को नियमित रूप से और अच्छे से धोना, सार्वजनिक स्थानों पर ना थूके। और यदि कोई दूसरा व्यक्ति ऐसा करता हैं तो उसे रोके। इस समय अनावश्यक यात्रा से बचे। अफवाहों से दूर रहे तथा वैक्सीन अवश्य लगवाये। इस अवसर पर उपस्थित आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को केन्द्रीय टोल फ्री हैल्पलाईन 1075 के संबंध में जानकारी देते हुए कहा कि कोविड-19 से संबंधित किसी भी तरह की जानकारी हेतु यहां सम्पर्क किया जा सकता हैै।
इस अवसर पर सभी आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को निर्देश दिया गया कि वह हाई रिस्क ग्रुप वाले व्यक्तियों को चिन्हित कर उनकी सूची बनाये।
ब्लाॅक में महिला पर्यवेक्षक बबीता कुमावत ने मावण्डा खुर्द, परमेश्वरी ने डोकन, मधुबाला ने डाबला, मीना यादव ने पाटन में आंगनबाडी कार्यकर्ताओं को कोरोना से बचाव की ट्रेनिंग दी।