नीमकाथाना। हमारे समाज में डॉक्टर को भगवान का दर्जा दिया गया है, क्योंकि वही एक ऐसा शख्स है, जो किसी को मौत के मुंह में जाने से बचा सकता है। और खोई हुई उम्मीदों को जीता-जागता उत्साह दे सकता है, लेकिन पैसों के खातिर डॉक्टर मरीजों की देखभाल ना करें तो आम जनता का विश्वास एक दिन जरूर इस भगवान से उठ जाएगा। ऐसा ही मामला नीमकाथाना राजकीय कपिल अस्पताल में सामने आया है। जहां पैसों के लिए प्रसव महिला की देखभाल नहीं की गई जिसके कारण उसकी मौत हो गई। जानकारी के मुताबिक गणेश्वर के कालीकाला गांव की रहने वाली मिंटू पत्नी जितेन्द्र गुर्जर को सोमवार शाम प्रसव के लिए कपिल अस्पताल में भर्ती कराया गया था। महिला ने सामान्य प्रसव से बेटे को जन्म दिया। इसके बाद जच्चा-बच्चा को जनरल वार्ड में भेज दिया गया। लेकिन सुबह अचानक महिला की तबीयत बिगड़ गई। परिजनों के बार बार गिड़गिड़ाने के बाद डॉक्टर ने देखा, लेकिन ऑपरेशन वार्ड ले जाने के बाद दम तोड़ दिया। उसके बाद परिजनों ने पांच घंटे तक विरोध प्रदर्शन कर दिया।
परिजनों ने चिकित्सक पर पैसे लेने का लगाया आरोप
जानकारी के मुताबिक चिकित्सक धर्मेन्द्र सैनी की लापरवाही की वजह से प्रसूता की मौत हुई है। महिला के पति जितेंद्र गुर्जर ने आरोप लगाया है कि डॉक्टर ने उससे 5 हजार रुपए की मांग की लेकिन पैसे नहीं होने के कारण चिकित्सक को प्रसव के लिए पांच सौ रुपए दे दिए। डॉक्टर ने महिला का प्रसव सुरक्षित करवा दिया। इसके बाद वार्ड में रहते हुए महिला की तबीयत खराब हुई तो डॉक्टर ने उसे नहीं देखा। उस समय भी एक हजार रुपए की मांग की। परिजनों के बार बार हाथ जोड़ने के बाद डॉक्टर पांच सौ रुपए में मरीज को देखने के लिए माने। महिला को ऑपरेशन वार्ड में ले जाने के कुछ देर बाद ही महिला ने दम तोड़ दिया।
महिला की मौत के बाद अस्पताल में चला पांच घंटे प्रदर्शन
प्रसूता की मौत की सूचना के बाद परिजनों ने अस्पताल परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों ने आरोप लगाते हुए कहा कि चिकित्सक धर्मेंद्र सैनी का व्यवहार शुरू से ही सही नहीं रहा। बार बार पैसों की मांग कर रहा था। पैसों के लिए डॉक्टर ने सही से देखभाल नहीं की जिसकर कारण प्रसूता की मौत हुई है। घटना की सूचना पर ग्रामीण भी अस्पताल पहुंच गए हैं। जहां विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। हालात को देखते हुए सदर व कोतवाली पुलिस का जाब्ता मौके पर तैनात किया गया है। वहीं सूचना पर नायब तहसीलदार सुभाष स्वामी सहित अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। हंगामा कर रहे लोगों से समझाइश की लेकिन हालात ज्यों के त्यों बने रहे। जिसके बाद एसडीएम बृजेश गुप्ता, डिप्टी गिरधारीलाल शर्मा मौके पर पहुंचे।
समझाइश के बाद माने परिजन, पांच मांगो को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा
जानकारी के मुताबिक पांच घंटे चले विरोध प्रदर्शन के बाद एसडीएम बृजेश गुप्ता, डिप्टी गिरधारीलाल शर्मा ने गुस्साए लोगों से समझाइश की गई। काफी समय के बाद परिजन राजी हुए। उसके बाद गैर इरादतन हत्या, दस लाख मुआवजा, डॉक्टर को बर्खास्त सहित पांच मांगो को लेकर एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। वहीं आश्वासन के बाद विरोध प्रदर्शन समाप्त किया गया।
महिला के पति ने करवाई शिकायत दर्ज, पोस्टमार्टम रिपोर्ट के बाद पता चलेगी मौत की वजह
मौत की सूचना के बाद परिसर में हंगामा शुरू कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने महिला के परिजनों से समझाइश की। इसके बाद पति जितेंद्र गुर्जर ने डॉक्टर धर्मेंद्र सैनी पर आरोप लगाते हुए थाने में शिकायत दर्ज कराई। इसके बाद पोस्टमार्टम के लिए राजी हुए। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों को सौंप दिया। रिपोर्ट आने के बाद ही मौत की वजह का पता चल पाएगा।
विरोध प्रदर्शन में ये रहे शामिल
अस्पताल में चल रहे विरोध प्रदर्शन में परिजनों सहित राजपाल डोई, राजेश भाईडा, पूर्व छात्रसंघ अध्यक्ष विनोद कुमार सैनी, बाबूलाल गुर्जर, विजेंद्र आदि सैकड़ों लोग मौजूद रहे।