पाटन(दीपक सिंह) सदर थाना अंतर्गत गांव भराला के नीरज कुमार मीणा पुत्र ग्यारसी लाल मीणा का 13 वर्ष पहले कमलेश देवी उर्फ काली पुत्री गुल्ला राम निवासी देव का हरवाड़ा (चंदवाजी) जयपुर के साथ पुनः विवाह हुआ था। परंतु दूसरी पत्नी द्वारा गांव के लोगों का कर्ज बढ़ जाने से पति पत्नी दोनों रातों-रात पांच साल पहले भराला गांव छोड़कर कहीं चले गए। पांच साल बीत जाने के बाद भी नीरज का संपर्क उसके बड़े भाई घीसालाल मीणा से नहीं हुआ। नीरज की पत्नी छ माह पहले पुनः भराला गांव आ गई है परंतु जब उसके पति के बारे में जानकारी चाही गई तो परिजनों को वह कुछ भी जानकारी नहीं दे रही है। इसको लेकर नीरज के बड़े भाई घीसालाल मीणा ने उप पुलिस अधीक्षक के समक्ष एक जुलाई को प्रार्थना पत्र पेश किया है। घीसालाल ने बताया कि नीरज की प्रथम पत्नी रजनी देवी के तीन बार डिलीवरी हुई जिसमें प्रथम व द्वितीय डिलीवरी में लड़की तथा तीसरी डिलीवरी में दो जुड़वा लड़के हुए थे, डिलीवरी के 15 दिन बाद रजनी देवी की मृत्यु हो गई। दो लड़के मेरे पास है तथा एक लड़की बुआ के घर तथा एक लड़की ननिहाल में है। नीरज की दूसरी शादी से एक लड़की हुई परंतु नीरज की पत्नी ने गांव वालों से पैसा लेकर कर्जदार हो गए और दोनों घर का सारा सामान लेकर रातों-रात गायब हो गए। कमलेश उर्फ काली पुनः भराला में आ गई और गांव में रहने लगी है। उसके साथ कोई गुर्जर जाति का संदिग्ध व्यक्ति भी रहता है जिसके पास पिकअप गाड़ी है, दोनों अवैध गतिविधियों में शामिल है। हमें अंदेशा है कि कमलेश देवी उर्फ काली ने कहीं अन्य व्यक्तियों से मिलकर मेरे भाई नीरज की जान माल का नुकसान कर दिया है इसीलिए पांच साल से नीरज से संपर्क नहीं हो पा रहा है।
इस बारे में नीमकाथाना सीओ गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि इस तरह का प्रकरण लेकर मेरे पास कोई आया था। मैंने उनसे कहा कि प्रकरण को गुमशुदगी में दर्ज करवाएं। प्रकरण दर्ज होने पर सभी जानकारियां मिल जाएंगी।
इस बारे में नीमकाथाना सीओ गिरधारी लाल शर्मा ने बताया कि इस तरह का प्रकरण लेकर मेरे पास कोई आया था। मैंने उनसे कहा कि प्रकरण को गुमशुदगी में दर्ज करवाएं। प्रकरण दर्ज होने पर सभी जानकारियां मिल जाएंगी।