नीमकाथाना। राष्ट्रीय पोषण माह के अंतर्गत चल रहे विभिन्न कार्यक्रमों के अंतर्गत ब्लाॅक के सभी 260 आंगनबाडी केन्द्रों पर समुदाय आधारित उत्सव के रुप में अन्नप्राशन दिवस एवं प्रवेशोत्सव मनाया गया। मुख्य कार्यक्रम आंगनबाडी केन्द्र चला-बी एवं सिरोही-एफ पर आयोजित हुआ।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथि के रूप में चला ग्राम पंचायत के सरपंच श्यामलाल, पटवारी धर्मेन्द्र, ग्राम विकास अधिकारी महेन्द्र सैनी एवं कनिष्ठ लिपिक साँवर मल उपस्थित रहे।
इस अवसर पर उपस्थित समुदाय को संबोधित करते हुए सीडीपीओ चेतानी ने बताया कि बच्चे की आयु छह महीने की हो जाने के बाद मां का दूध पोषण संबंधी जरुरतों को पूरा करने के लिए अपर्याप्त होता है। इस उम्र तक आने के बाद शिशुओं को अद्र्वठोस पूरक आहार जैसे दलिया, खिचडी आदि देना शुरु किया जाना चाहिये।
हमारे देश में प्राचीन काल से ही बच्चे को उपरी आहार शुरु करने के दिवस को अन्नप्राशन दिवस के रुप में मनाने की समृद्व परम्परा रही है। अब एक अभिनव पहल करते हुए महिला एवं बाल विकास विभाग ने घर की चारदिवारी के भीतर आयोजित होने वाले इस संस्कार को समुदाय आधारित करते हुए आंगनबाडी केन्द्रों पर सार्वजनिक रुप से मनाना शुरु किया है ताकि देश में पोषण संबंधित जागरुकता का प्रचार प्रसार किया जा सके।
इस अवसर पर अतिथियों एवं सीडीपीओ संजय चेतानी द्वारा चला-बी केन्द्र पर दो बच्चों का एवं सिरोही एफ केन्द्र पर 3 बच्चों का प्रवेशोत्सव एवं दो बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार करवाया गया एवं उनके भावी जीवन हेतु मंगलकामनाऐं व्यक्त की।
इस अवसर पर शाला पूर्व शिक्षक मुकेश टेलर, कार्यकर्ता सुनिता शर्मा, सुप्यार देवी, सहायिका कुमोद कँवर, अनिता देवी आदि मौजूद रहे।