पाटन(दीपक सिंह) डेढ़ दशक पहले पाटन बिल्कुल शांति प्रिय इलाका था। 2003 के आसपास हरियाणा में जब क्रेशर प्लांट एवं खनन कार्य बंद हुए तो खनन व्यवसाय से जुड़े हरियाणा के लोगों ने इस क्षेत्र में आना शुरू कर दिया एवं अपना खनन व्यवसाय भी चालू कर दिया, उसके बाद से मानो पाटन पर बुरी दृष्टि गिरना शुरू हो गई। जिस क्षेत्र में खनन व्यवसाय शुरू हुआ उस क्षेत्र के लोगों ने खनन व्यापारियों से लड़ाई झगड़ा करना शुरू कर दिया और खनन व्यवसायियों से पैसा वसूलना शुरू किया। नतिजा विपरीत शुरू हुआ और वे लोग गलत रास्तों पर चल निकले। उसी के गंभीर परिणाम आज देखने को मिल रहे हैं क्योंकि यहां आए दिन लड़ाई, झगड़े, लूट खसोट, मारपीट ,गोलियां चलाना हत्या करना आदि घटनाओं का ग्राफ बढ़ गया ।
युवक पर चलाई गोली--विगत रात्रि डाबला रोड पर स्थित देवी माई मंदिर के पास कुछ बदमाशों ने एक युवक पर गोली चला दी गनीमत रहा की गोली उसके शरीर के बगल की कोल से होते हुए निकल गई जिससे वह बच गया। गौरव के चाचा अभय सिंह ने बताया कि गौरव सिंह उर्फ धन्ना पुत्र दशरथ सिंह वार्ड नंबर दो मैं खड़ा हुआ था उसी दौरान उसके मोबाइल पर एक फोन आया तथा उसने मिलने की बात कही। इस पर गौरव उर्फ धन्ना उस व्यक्ति से मिलने चला गया जो देवी माई मंदिर के पास खड़े हुए थे, वे पांच छः युवक थे। धन्ना के आते ही उन्होंने किसी व्यक्ति को फोन लगा कर कहा कि धन्ना हमारे पास में है तो उस व्यक्ति ने धन्ना को गाली देना शुरू कर दिया इस पर धन्ना ने भी उसी की भाषा में उसको जवाब दिया। जिस व्यक्ति से बात चल रही थी उस व्यक्ति ने रणजीत को इशारा करते हुए कहा कि इसको सुलटा दो इस पर रणजीत ने गौरव उर्फ धन्ना पर गोली चला दी। हालांकि गोली पसलियों के पास कोल से होते हुए बाहर चली गई जिससे गौरव बच गया। जानकारी मिलने पर परिजनों ने उसको राजकीय रेफरल चिकित्सालय पहुंचाया जहां उसको जयपुर रेफर कर दिया गया। इस तरह की कोई एक घटना नहीं है आए दिन इस तरह की घटनाएं क्षेत्र में हो रही है। हाल ही में रैया का बास में भी गोली चलने से एक युवक की मौत हो गई थी।
बदमाशों को पुलिस का नहीं है खोफ --क्षेत्र में घट रही घटनाओं से जंहा आमजन दहशत में जीने को मजबूर है वंही बदमाशों को किसी का कोई भय नहीं है । पुलिस थानों के बाहर मोटे मोटे अक्षरों में लिखा होता है अपराधियों में भय एवं आमजन में विश्वास, परंतु समय की नजाकत को देखते हुए सब कुछ विपरीत हो रहा है ।बदमाशों को पुलिस का कोई खौफ नहीं होता जिसके चलते आए दिन घटनाओं को अंजाम देते रहते हैं।