पाटन(दीपक सिंह) कस्बे में गुरूवार एवं शुक्रवार को जमकर मेघ बरसे और पहाडों ने बादलों की चादर औढ ली जिससे बादल गढ का किला बादलों के पीछे छिप गया। शुक्रवार सुबह से ही आसमान में घने बादल छाए रहे और दिन में दो बार तेज बारिश हुई। जिससे बारिश का पानी सड़कों पर बह निकला। वहीं रुक-रुककर कभी तेज तो कभी रिमझिम बारिश का दौर चला। बारिश से मौसम खुशनुमा होने से लोगों को गर्मी से राहत मिली तथा किसानों के चेहरे खिलें।
सडक पर भरा पानी, लोगो को आवागमन में हो रही परेशानी- कस्बे के वार्ड एक व दो के पहाडों का पानी प्राकृतिक नाले से होता हुआ जोहड में जाता था परन्तु सार्वजनिक निमार्ण विभाग द्वारा उस निकासी पर दीवार लगाकर अवरूद्ध कर दिया जिससे पानी जोहड में जाने के बजाय अब सडकों के रास्ते होता हुआ बस स्टैण्ड पर जाता है जिससे न केवल राहगीरों को आवागमन में परेशानी होती है बल्कि प्राकृतिक जल के भराव का भी दुरूपयोग होता है जो दीवार लगने से ऐसे ही सडकों पर व्यर्थ बह जाता है। यदि सार्वजनिक निर्माण विभाग इस प्राकृतिक नालों को अवरूद्ध नहीं करता तो जोहड में पानी भरा रहता जिससे लोगों को पानी की समस्या से निजाता मिलता।