नीमकाथाना: भराला में अवैध रूप से चल रहे बायोडीजल के पंप की शिकायत मिलने पर बायोफ्यूल प्राधिकरण के संयुक्त शासन सचिव एवं मुख्य कार्यकारी अधिकारी सुरेंद्र सिंह राठौड़ , तहसीलदार सतवीर यादव, रसद अधिकारी सुनीता शर्मा मय पुलिस जाब्ता श्रीराम फिलिंग स्टेशन भराला मोड़ पहुंचकर बायोडीजल पंप की जांच कर पंप को सीज किया।
तहसीलदार सतवीर यादव ने जानकारी देते हुए बताया कि मौके पर उक्त पेट्रोल डीजल पंप पर बिक्री किया जाना पाया गया तथा नरेश कुमार वर्मा पुत्र मूलचंद वर्मा जाति बलाई उम्र 23 वर्ष निवासी भराला उपस्थित मिला।
नरेश कुमार ने बताया कि पंप का मालिक कृष्ण कसाना निवासी कोटपूतली व भवानी कसाना है, इस पर भवानी से मोबाइल पर संपर्क करने पर स्वयं का पेट्रोल पंप होना बताया। मौके पर दो डिस्पेंसिंग यूनिट मिली जिनसे पेट्रोल एवं डीजल बिक्री किया जा रहा था तथा भूमिगत दो टैंक बने हुए पाए गये जिनमें अवैध पेट्रोल व अवैध डीजल पाया गया।
नरेश वर्मा से डीजल पेट्रोल खरीद के दस्तावेज तथा अनुज्ञा पत्र मांगे जाने पर प्रस्तुत नहीं किए गए इस पर डीजल पेट्रोल का सैंपल लेकर पंप को सीज किया गया। मौके पर चार बैरल ड्रम डीजल पेट्रोल के भरे पाए गए इस पर कमरे को एवं स्टोर को भी सीज किया गया।
नरेश ने प्रतिदिन ₹25 हजार की बिक्री होना बताया तथा आज की बिक्री 6 हजार की होनी बताया। पंप पर न तो सुरक्षा संबंधी उपकरण तथा अग्निशमन यंत्र पाया गया इस पर संयुक्त शासन सचिव सुरेंद्र सिंह राठौड़ ने पंप चालक के खिलाफ विस्फोटक सामग्री अधिनियम के तहत एफ आई आर दर्ज करवाने हेतु निर्देशित किया।
कार्यवाही के दौरान नरेश कुमार धक्का देकर मौके से फरार हो गया, नरेश के पिता मूलचंद मौके पर उपस्थित थे जिनसे हस्ताक्षर करवाए गए। पंप पर कार्यवाही की जानकारी मिलते ही क्षेत्र में अवैध डीजल पेट्रोल से जुड़े लोगों में हड़कंप मच गया और वे लोग घटनास्थल से फरार हो गए ।
गौरतलब है कि इन दिनों हरियाणा से डीजल, पेट्रोल लाकर उस की बिक्री की जा रही है जिससे राजस्व को भारी नुकसान हो रहा है।