नीमकाथाना न्यूज़- स्पेशल रिपोर्ट
राज्य सरकार डेंगू सहित मौसमी बीमारियों के बढ़ते मामलों में स्वास्थ्य विभाग मुस्तैद नजर आ रहा है। अस्पतालों में स्थानीय विधायक के साथ प्रशासनिक अधिकारी भी निरीक्षण कर रहे है। लेकिन धरातलीय स्तर पर दिशा निर्देश देकर इतिश्री कर रहे है।
उपखंड क्षेत्र के राजकीय कपिल अस्पताल जो कि हाल ही में जिला अस्पताल में तब्दील हुआ है। लेकिन हालात जैसे के तैसे नजर आ रहे है। शहर में अस्पताल की साफ सफाई को लेकर सोशल मीडिया पर हो रहे वायरल वीडियो ने स्वास्थ्य विभाग की पोल खोल दी।
वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है। इस वीडियो में पानी की टंकियों में जमी गंदगी दिखाई जा रही है, यहां एक भी टंकी पर ढक्कन नहीं लगा हुआ मिला, पीने के पानी में काफी मात्रा में काई (शिवाल) जम रही है।
पानी की हालत इस कदर खराब है कि पशुओं का पानी भी इससे साफ मिलता है। जिसको लेकर स्थानीय लोग वीडियो को टैग कर जनप्रतिनिधियों के साथ साथ प्रशासनिक अधिकारियों की लापरवाही बरतने सहित कार्यवाही की मांग कर रहे है।
विद्यायक मोदी ने गत बुधवार को ही लिया था व्यवस्थाओं का जायजा
गौरतलब है कि बीते चार दिनों पहले ही बुधवार को विद्यायक सुरेश मोदी ने डेंगू के बढ़ते मामलों को देख अस्पताल का निरीक्षण कर व्यवस्थाओं का जायजा भी लिया था।
गन्दा पानी डेंगू की जड़ है, उसी पानी की तरफ प्रशासन का ध्यान नहीं गया। आए दिन जिला अस्पताल की व्यस्थाओं में खामिया, सुर्ख़ियों में आती रहती है लेकिन फिर भी सुधार-प्रणाली लचर बनी हुई है।
सोशल मीडिया पर विकास एवं सुप्रबंध का दावा
वहीं लोगों का कहना है कि क्षेत्र का सोशल मीडिया पर विकास एवं सुप्रबंधन का लगातार दावा किया जाता रहा है यथा सोशल मीडिया पर आया यह वीडियो उसी सुप्रबंधन की पोल खोल रहा है।
जिम्मेदार अधिकारियों पर हो कार्रवाई
इधर, राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी के ब्लॉक युवा मोर्चा अध्यक्ष विनोद कुमार सैनी, महासचिव मदनलाल वर्मा सहित सैकड़ों लोगों ने मांग की है कि चिकित्सालय के जिम्मेदार अधिकारियों पर कार्रवाई करने की जाएं।
डेंगू जैसी महामारी व मौसमी बीमारियों के बढ़ते प्रकोप में साफ़ सफ़ाई में बड़ी लापरवाही कि गई हैं। यदि शीघ्र कार्यवाही नहीं कि गई तो राष्ट्रीय लोकतांत्रिक पार्टी कपिल हॉस्पिटल नीमकाथाना में आंदोलन करेगी।
पानी की टंकियों की नियमित हो सफाई
लोगो की माँग है कि यथा शीघ्र पानी की टंकियों की सफाई करवाकर ढक्कन लगाए जावें, साथ ही टंकियों की सफाई नियमित हो।