25 वर्ष बाद 2 घंटे में काश्तकारों को मिला खातेदारी अधिकार, इधर एसडीएम गुप्ता ने स्वयं की पॉकेट से महिला के बकाया मानदेय राशि का भुगतान किया
नीमकाथाना(मनीष टांक)- राजस्थान सरकार का महत्वाकांक्षी अभियान प्रशासन गांवों के संग अभियान 2021 के तहत निकटवर्ती ग्राम पंचायत डूंगा की नांगल में मंगलवार को शिविर आयोजित हुआ।
शिविर में चारागाह भूमि में बने हुए सरकारी विद्यालय के भवन का भूमि आवंटन आदेश विधालय के प्रधानाचार्य को दिया गया। इस चारागाह भूमि पर बने हुए भवन के कारण भवन विकास में राजकीय राशि का उपयोग नहीं हो पा रहा था। उपखण्ड अधिकारी ब्रजेश कुमार गुप्ता ने इस भवन की भूमि का आवंटन का आदेश विद्यालय के प्रधानाचार्य छगन लाल मीणा को प्रदान किया।
शिविर में 25 वर्ष से खातेदारी अधिकार लेने के लिए विभिन्न विभागों के चक्कर काट रहे पांच भाइयों को 2 घंटे में खातेदारी अधिकार दिया गया। उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार गुप्ता ने बताया कि बागवाला निवासी गजानंद, भागीरथ, भोलाराम, रामशरण व खेमचंद गुर्जर को सरकार द्वारा कृषि कार्य हेतु भूमि आवंटित की गई थी जिसके बाद उन्हें गैर खातेदार अधिकार दे दिया गया था। 1996 से पांचों भाई अपनी कृषि भूमि पर गैर खातेदारी से खातेदारी अधिकार पाने के लिए विभिन्न विभागों के चक्कर काट रहे थे लेकिन उन्हें खातेदारी अधिकार नहीं मिल पाया।
शिविर में आवेदन करने के 2 घंटे बाद ही उन्हें खातेदारी अधिकार दे दिया गया। नीमकाथाना तहसीलदार सत्यवीर यादव व नायब तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी ने शिविर स्थल से लगभग 5 किलोमीटर दूर खेत में जाकर पांचों भाइयों को उनकी खातेदारी अधिकार युक्त नवीन जमाबंदी प्रदान की। आवेदन करने के तुरंत बाद ही उपखंड अधिकारी के निर्देश पर हल्का पटवारी ने मौके पर जांच कर मौका रिपोर्ट प्रस्तुत की जिसके बाद रिकॉर्ड से मिलान करने के बाद खातेदारी अधिकार जारी कर दिए गए।
खातेदारी अधिकार मिलने के बाद पांचों भाइयों की आंखों में आंसू आ गए तथा उन्होंने प्रशासनिक अधिकारियों का आभार जताया। शिविर में डूंगा की नांगल पंचायत के गांव राम सिंह की ढाणी के लोगों ने शिकायत दी थी कि उनके गांव में एक भूमि है जहां नवजात शिशुओं के उत्तम स्वास्थ्य के लिए जात लगाई जाती है।
इस भूमि पर अतिक्रमियों द्वारा अतिक्रमण कर लिया गया था। जिस पर उपखण्ड अधिकारी ने कार्यवाही करते हुए नायब तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी तथा हल्का पटवारी टिंकू मीणा ने तुरंत मौके पर जाकर अतिक्रमण हटाने के निर्देश दिऐ।
एसडीएम गुप्ता के खुद की जेब से महिला को मानदेय राशि दी
कोरोना काल में गांव में बनाए गए क्वारंटाइन सेंटर में रहने वाले मरीजों के लिए गांव की एक महिला भोजन बनाती थी लेकिन उसे मानदेय नहीं मिला। शिविर प्रभारी उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार गुप्ता के पास जब महिला ने गुहार लगाई तो उपखण्ड अधिकारी ने तुरंत अपनी जेब से महिला को मानदेय राशि प्रदान की।
एसडीएम गुप्ता की अनूठी पहल, मौके पर कंप्यूटर लगाकर खोले नामांतरण
गौरतलब है कि डूंगा की नांगल में आयोजित शिविर में उपखंड प्रशासन की एक अनूठी पहल नजर आई जिसमें शिविर में ही कंप्यूटर और प्रिंटर लगाकर नामांतकरण खोले जा रहे थे जो जिले में नीमकाथाना के अलावा और कहीं भी नहीं है। जिससे नामांतकरण खोलने की पहल से किसानों को काफी राहत मिली है। वहीं शिविर में श्रम विभाग की ओर से कोई अधिकारी व कर्मचारी उपस्थित नहीं हुए जिससे श्रम विभाग से संबंधित कार्यों के लिए लोगों को परेशानी उठानी पड़ी।
अभियान में ये हुए कार्य
शिविर में कुल 699 कार्य संपादित हुए जिसमें 134 खाता दुरस्ती, 34 बटवारा, 20 पट्टा, 121 नामांतरण, 4 प्रचालेत रास्ते, 2 गैर खातेदारी से खातेदारी, 2 सरकारी विभागों को भूमि आंवटन, 3 अतिक्रमण, 140 प्रमाण पत्र, 284 नकल, 3 विकलांग प्रमाण पत्र, 2 चिरंजीवी रजिस्ट्रेशन, 13 पेंशन, 1 प्रधानमंत्री आवास योजना के 1.20 लाख स्वीकृति, 2 पालनहार, 8 जन्ममृत्यु प्रमाण पत्र, 1 विवाह प्रमाण पत्र, 14 स्वच्छ भारत मिशन स्वीकृति कार्य संपादित हुए हैं।
अधिकारी रहे मौजूद
इस दौरान उपखंड अधिकारी बृजेश कुमार गुप्ता, पूर्व प्रधान कांता प्रसाद शर्मा, तहसीलदार सतवीर यादव, पंचायत समिति प्रधान सुवालाल सैनी, पंचायत समिति विकास अधिकारी रेखा रानी व्यास, नायब तहसीलदार धर्मेंद्र स्वामी, डूंगा की नांगल ग्राम पंचायत सरपंच प्रतिनिधि मालाराम गुर्जर आदि उपस्थित रहे।