ओवरलोड डंपरों को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन, पुलिस ने आठ लोगों को शांतिभंग में पकड़ा
नीमकाथाना: इलाके के सदर थाना अंतर्गत भगोठ के सागर की ढाणी में कई दिनो से चल रहे ओवरलोड डंपर के खिलाफ ग्रामीणों द्वारा चल रहा प्रदर्शन सोमवार को अचानक तूल पकड़ गया।
ग्रामीणों और पुलिस के बीच जमकर नोकझोंक हुई यहां तक की ग्रामीणों और पुलिस के बीच हाथापाई देखने को मिली इस दौरान पुलिस द्वारा ग्रामीणों में महिलाओं को जबरन गाड़ी में बिठाया जाने लगा तभी गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस गाड़ी पर पथराव कर दिया मामला बढ़ता देख मौके पर अफरा-तफरी का माहौल हो गया।
ग्रामीणों ने बताया कि ओवरलोड डंपरों खिलाफ कई दिनों से विरोध किया जा रहा है तथा डंपर बंद कराने के मामले में ग्रामीणों द्वारा ज्ञापन भी दिया गया था। मामले को लेकर उच्च अधिकारी तक अवगत करवाया कर दिया गया था लेकिन कोई कार्रवाई नहीं होने पर सोमवार को भी शांतिपूर्ण प्रदर्शन किया जा रहा था। जिस पर पुलिस मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों को जबरदस्ती गाड़ी में डालने लग गई जिस पर ग्रामीणों ने विरोध किया तो पुलिस व ग्रामीण महिलाओं में आपसी नोकझोंक हुई।
इसके साथ ही ग्रामीणों का आरोप है कि पुलिस द्वारा ग्रामीणों को बेवजह परेशान किया जा रहा है इसके साथ ही ग्रामीणों को घर घर जाकर उनको पकड़ रही है वहीं घटना की सूचना पर पुलिस का जाब्ता उच्च अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले की जानकारी जुटा रहे है।
घटना को लेकर मौके पर लोगों की भारी भीड़ जमा हो गई। मामले में एक बुजुर्ग व्यक्ति का कपिल चिकित्सालय में प्राथमिक उपचार भी किया गया और बुजुर्ग व्यक्ति ने रोते-रोते इस घटना की आपबीती बताई।
विधायक पुत्र सुमित मोदी की झलकी पीड़ा
सोशल मीडिया के एक व्हाट्सएप ग्रुप पर मीडिया कर्मी को इस घटना की जानकारी देते हुए नीमकाथाना विधायक सुरेश मोदी के पुत्र सुमित मोदी ने इस घटना को लेकर दुख प्रकट किया और सोशल मीडिया में व्हाट्सएप चैट के दौरान कहा की गोविंदपुरा के पास ढाणी में ग्रामीणों पर अत्याचार करती पुलिस, अधिकारियों के दबाव में आम जनता को परेशान करती पुलिस, खनन माफिया के ओवरलोड डंपर करने का दबाव देती पुलिस गांव की जनता को मारती पीटती।
मीडिया कर्मी ने विधायक पुत्र को कहा कि अगर पुलिस अत्याचार करती है इस पर अंकुश नहीं लग सकता लोकतंत्र में क्या कोई आवाज नहीं रख सकता तो फिर विधायक पुत्र सुमित मोदी कहते हैं मैं खुद दुखी हूं इसलिए आपका सहारा ले रहा हूं।
इनका कहना है
रेलवे कार्य में रास्ते से जा रहे डंपर को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन था। ग्रामीणों द्वारा अवैध तरीके से मांग की जा रही थी तभी ग्रामीणों द्वारा कानूनी कार्य में दखल डाली गई और इस घटना में गाडी के शीशे भी तोड़ दिए गए इस मामले में तीन महिला व पांच पुरुषों को शांतिभंग के आरोप में गिरफ्तार किया गया है।
कस्तूर वर्मा
(थानाधिकारी सदर थाना)
- स्पेशल रिपोर्ट नीमकाथाना न्यूज़.इन