नीमकाथाना(मनीष टांक) वंचित विद्यार्थी मित्र नीमकाथाना, पाटन व श्रीमाधोपुर के लोगों ने एडीएम को मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन सौंपा।
ज्ञापन में अवगत करवाते हुए बताया कि 7000 वंचित विद्यार्थी मित्रों को हर बार सरकारी नौकरी के लिये वंचित रखा जाता है। शिक्षा सहायक 2013, विद्यालय सहायक 2015 एवं पंचायत सहायक 2017 इन सभी भर्तीयों में वंचित विद्यार्थी मित्रों को वंचित रखा गया है।
उपर्युक्त सभी भर्तियों में हमारे पक्ष को न रखते हुए न्यू फ्रेशर एवं अनुभवहीन व्यक्तियों को नौकरी में सिफारिश के आधार पर नियुक्ति दी गयी है। जिसमें से शेष 40 प्रतिशत विद्यार्थी मित्रों को नौकरी से वंचित रखते हुए उन्हें मानसिक व शारिरीक पीड़ा भी दी गयी। व पूर्व सरकार के द्वारा 60 प्रतिशत विद्यार्थी मित्रों को नौकरी देकर 40 प्रतिशत वंचित विद्यार्थी मित्रों को नौकरी से वंचित रखकर किसी सजा से कम नहीं है। जिसका हम स्वयं व परिवार पीड़ा को भुगत रहे हैं।
शेष वंचित विद्यार्थी मित्र सेवा का अनुभव रखने वाले सभी सरकारी महकमों व सरकारी विद्यालयों में अनेक वर्षों तक सेवायें दी हैं। फिर भी इनको पंचायत सहायक भर्ती से वंचित रखा गया है। ज्ञापन में मांग की है कि आगामी भर्तीयों एवं वर्तमान भर्तियों में वंचित विद्यार्थी मित्रों को वंचित न रखते हुए मुख्य धारा में अनुभव के आधार को ध्यान में रखते हुए किसी भी सरकारी भर्ती विज्ञप्ति जारी करते तो हमें नौकरी मुहैया कराई जावे।
जैसे वर्तमान समय में संविदा कर्मियों के लिये जो नया कैंडर बनाया जा रहा है उसक कैडर में वंचित विद्यार्थी मित्रों को संविदाकर्मी मानते हुए शामिल किया जावे। इस दौरान विजेंद्र सिंह तंवर, हीरालाल गुर्जर, सुमन डांगी, अशोक, रामजीलाल आदि मौजूद रहे।