नीमकाथाना(अशोक स्वामी) सदर थाना अंतर्गत भूदोली के नरेगा श्रमिकों ने शनिवार को मजदूरी कम मिलने पर पंचायत के बाहर करीब 3 घंटे रोड़ जाम कर प्रदर्शन किया। सूचना पर सदर थानाधिकारी कस्तूर वर्मा सहित पुलिस जाब्ता मौके पर पहुंचकर ग्रामीणों से समझाइश की लेकिन नरेगा श्रमिक अपनी मांगों पर अड़े रहे।
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श्रमिकों का कहना था कि श्रमिकों को मजदूरी कम दी जा रही है, श्रमिकों को 220 रुपए मजदूरी मिलनी चाहिए लेकिन उन्हें 40 से 50 रूपए ही दिए जा रहे हैं। जिससे उनका घर चलाना मुश्किल हो रहा है। करीब एक घंटे बाद विकास अधिकारी राजूराम सैनी मौके पर पहुंचकर प्रदर्शन कर रहे नरेगा श्रमिकों से समझाइश कर मामला शांत करवाया। वही नरेगा श्रमिकों द्वारा जाम लगाने के बाद दोनों तरफ वाहनों की लंबी-लंबी कतारें लग गई जिससे वाहन चालकों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा।
नीमकाथाना रोड़ को मनरेगा मजदूरों ने जाम किया |
इस दौरान कामरेड रतन सिंह सिंगल ने कहा कि 10 दिन के अंदर अगर कोई कार्रवाई नहीं होती है तो उसके आंदोलन करेंगे इस दौरान अनेक नरेगा श्रमिक मौजूद रहे।
श्रमिकों का आरोप फर्जी उपस्थिति की हो जांच
सूत्रों के अनुसार मेटों द्वारा फर्जी उपस्थिति मस्टररोल में दर्ज की जाती है। ऐसे कई मामले है।जिनकी जांच होनी चाहिए। एक दिन पहले राज्य स्तरीय दल को टीम ने मेट को फटकार भी लगाई थी।
विकास अधिकारी का किया घेराव
ग्राम पंचायत के सामने एकत्रित हुए नरेगा श्रमिकों ने विकास अधिकारी का घेराव कर खरी खोटी सुनाई। कम मजदूरी से संबंधित अपनी समस्याओं से अवगत करवाया।
प्रदर्शन के दौरान अचेत हुई एक महिला
जानकारी के मुताबिक विरोध प्रदर्शन के दौरान श्रमिक ममता देवी अचेत होकर गिर गई। जिसके बाद उसे प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र भूदोली में भर्ती करवाया।
इनका कहना है
1. नरेगा श्रमिकों की कम मजदूरी आने के कारण श्रमिक ग्राम पंचायत के सामने एकत्रित हुए है। जे.टी.ए. द्वारा किए मूल्यांकन की दुबारा जांच करवाई जायेगी। कम मजदूरी आने की जांच करवाई जायेगी।भविष्य में नाप के अनुसार ही मजदूरी दी जाएगी।
राजूराम सैनी, विकास अधिकारी
2. नरेगा श्रमिक कम मजदूरी मिलने पर ग्राम पंचायत के सामने सड़क अवरुद्ध कर विरोध कर रहे थे। समझाईश के बाद श्रमिकों को सड़क से हटा दिया गया है। मार्ग सुचारू रूप से संचालित है।
कस्तूर वर्मा, सदर थानाधिकारी