नीमकाथाना (अशोक स्वामी) अपनी जन्मस्थली भूदोली में पले बढे और अपने ही गांव में निरीक्षण करने पहुंचे भूतपूर्व सैनिक समुंद्र सिंह जिन्होंने आरएएस परीक्षा में सैनिक कोटे में 21 वां स्थान प्राप्त किया था। उनको राजस्थान ग्रामीण विकास राज्य सेवा (आरआरडीएस) में विकास अधिकारी पद पर नियुक्त किया जो बतौर प्रशिक्षु के रूप में चार दिन के लिए निरीक्षण करेंगे। मंगलवार को आरआरडीएस प्रशिक्षु समुंद्र सिंह ने नरेगा कार्यों व मिड-डे मील व ग्राम में चल रहे जोहड़ खुदाई सतरोड़ा जोहड़ का मौके पर पहुंच कर निरीक्षण किया। ग्रामीण क्षेत्र में संचालित विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं की जानकारी सरपंच दिनेश जांगिड़ व वीडीओ कैलाश सैनी से ली। समुंद्र सिंह का बतौर अधिकारी अपने गांव में यह पहला निरीक्षण कार्य है जिसको लेकर ग्रामीणों ने माला व मिठाई खिलाकर स्वागत किया। इस दौरान उपसरपंच छगन कंवर, एलडीसी मुकेश सैनी, वार्डपंच बीरबल मीणा सहित अनेक ग्रामीण मौजूद रहे।
जन्मभूमि ही बनी कर्मभूमि
समुंद्र सिंह को अपने ही गांव की योजनाओं का निरीक्षण का दायित्व सौंपा गया है। उन्होंने कहा कि चार दिन के लिए जन्मस्थली ग्राम भूदोली में चल रही योजनाओं के निरीक्षण के लिए लगाया गया हूं।
भावुक हुए आरआरडीएस अधिकारी सिंह
ग्रामीणों द्वारा जोरदार स्वागत करने के बाद समुंद्र सिंह भावुक हो गए। उन्होंने कहा कि मुझे यह किसी सपने के सच होने जैसा लग रहा है। मेरे माता-पिता के सामने एक निरीक्षण अधिकारी के रूप में कार्य करके बहुत ही गौरवान्वित महसूस हो रहा हैं।
भूदोली गांव के लिए गौरव की बात
प्रियंका स्वामी ने जानकारी देते हुए बताया कि निरीक्षण अधिकारी के रूप में अपने गांव में जन्मे पढ़े अधिकारी का आना गौरव की बात है। इससे गांव के युवाओं को प्रेरणा मिलेगी। गांव भूदोली के एक आई.ए.एस. तीन आर.ए.एस. व भारतीय सेना के कमीशन पद पर कार्यरत है। वर्तमान समय में 25 से 30 युवा आई.ए.एस. व आर.ए.एस. परीक्षा की तैयारी कर रहे।